कराची। पाकिस्तान की पूर्व कप्तान और कमेंटेटर उरूज मुमताज ने विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के पहले संस्करण से पूर्व हुई नीलामी में पाकिस्तानी क्रिकेटरों के न होने पर निराशा व्यक्त की है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने मंगलवार को जारी रिपोर्ट में मुमताज़ के हवाले से कहा, “पाकिस्तानी खिलाड़ियों को इस अवसर से दूर देखना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हर अवसर बराबर और समावेशी होना चाहिये। सभी अवसर सामूहिक रूप से महिलाओं के खेल के स्तर को ऊपर उठाने और विश्व स्तर पर इस खेल को बढ़ाने की दिशा में कदम होने चाहिये। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस तरह के अवसर क्रिकेट खेलने वाले देशों के बीच गुणवत्ता की खाई को पाटते हैं।”
उल्लेखनीय है कि सोमवार को मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में हुई नीलामी में सात देशों के खिलाड़ियों ने डब्ल्यूपीएल टीमों के साथ अनुबंध हासिल किये, हालांकि पाकिस्तानी क्रिकेटर इसमें हिस्सा नहीं ले सके। भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूद राजनीतिक तनाव के कारण पड़ोसी मुल्क के पुरुष खिलाड़ियों का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हिस्सा लेना भी प्रतिबंधित है।
साल 2008 में खेले गये पहले आईपीएल के अलावा कभी भी किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी ने आईपीएल में हिस्सा नहीं लिया है। अज़हर महमूद ने आईपीएल 2013, 2013 और 2015 में पंजाब किंग्स एवं कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेला है, हालांकि उस समय तक वह ब्रिटेन का पासपोर्ट हासिल कर चुके थे। इसी बीच, स्पोर्ट्स कमेंटेटर एलिसन मिचेल ने भी पाकिस्तानी क्रिकेटरों के लिये ‘समान अवसर’ की मांग की है। मिचेल ने ट्वीट किया, “समानता तब ही समानता होती है जब सभी खिलाड़ियों को एक नीलामी में प्रवेश के बराबर अवसर मिलें। सोचती हूं कि यह आंकड़े पाकिस्तानी खिलाड़ियों और अन्य खिलाड़ियों के बीच खाई को कितना गहरा कर देंगे। आईपीएल की तरह ही डब्ल्यूपीएल नीलामी में भी कोई पाकिस्तानी खिलाड़ी नहीं है।”
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