ढाका। बंगलादेश क्रिकेट टीम के निदेशक खालिद महमूद ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यहां किंग्समीड में सोमवार को संपन्न पहले टेस्ट के चौथे दिन, रविवार को कई अनुचित फैसलों के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तटस्थ अंपायरों की मांग की है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद आईसीसी ने अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए मेजबान देशों के अंपायरों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया था, हालांकि बंगलादेश और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को अंपायरों के फैसले खेल समाप्ति के बाद चर्चा का विषय बन गए, क्योंकि कई फैसले बंगलादेश के खिलाफ गए।
दोनों ऑन-फील्ड अंपायरों एड्रियन थॉमस होल्डस्टॉक और उनके वरिष्ठ साथी मरायस इरास्मस को चौथे दिन के खेल के दौरान सात बार डीआरएस के चलते अपने फैसले बदलने पड़े थे। महमूद ने खेल समाप्ति के बाद इस बारे में पत्रकारों से कहा, ''मुझे लगता है कि टेस्ट मैच के पीछे अंपायर बड़ी भूमिका निभाते हैं और बहुत कुछ उनके फैसलों पर निर्भर करता है। सुबह से सभी ने अंपायरिंग देखी है और इसमें छिपाने के लिए कुछ नहीं है। कुछ फैसले हमारे खिलाफ गए और अगर ऐसा नहीं होता तो हम 270 के बजाय 180 का पीछा कर रहे होते।"
बंगलादेश टीम के निदेशक ने कीगन पीटरसन के संभावित रूप से आउट होने की ओर इशारा करते हुए, जब बंगलादेश ने उनके 14 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर पगबाधा आउट की अपील की थी, कहा, '' अंपायर जज होते हैं और हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन हम रिव्यू लेकर एक विकेट ले सकते थे, लेकिन डर के मारे हम इसके लिए नहीं गए। बाद में पीटरसन ने 36 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को दूसरे विकेट के लिए 68 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी करने में मदद की, जिससे उन्हें स्थिर स्थिति तक पहुंचने में मदद मिली। सच कहूं तो मैंने लंबे समय से ऐसी विसंगत अंपायरिंग नहीं देखी। अब सब कुछ खुला है और हमें लगता है कि आईसीसी को देखना चाहिए कि क्या तटस्थ अंपायर प्रदान किए जा सकते हैं।"
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