हाइलाइट्स –
अफ़कारी को दी गई फांसी
दुनिया भर के प्रशंसक गमगीन
माफ़ी देने की जा रही थी अपील
फैंस नहीं बचा पाए चहेते पहलवान को
राज एक्सप्रेस। कुश्ती की दुनिया के धुरंधर युवा रेसलर नवीद अफ़कारी को ईरान में मौत की सजा दे दी गई। अफ़कारी को हत्या के आरोप में फांसी की सजा दी गई। इस सजा का दुनिया भर में विरोध हो रहा था और उन्हें माफी देने की भी अपील और कोशिश की जा रही थी।
सुरक्षा कर्मी की हत्या का आरोप-
ईरान में साल 2018 में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान एक सुरक्षाकर्मी की हत्या के आरोप में अफ़कारी को सजा-ए-मौत दी गई। अफ़कारी ने खुद को निर्दोष बताया था और प्रताड़ित कर जबरदस्ती जुर्म कबूल करवाने की बात कही थी।
एमनेस्टी इंटरनेशनल-
मानव अधिकारों की रक्षार्थ कार्यरत संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल ने रेसलर को फांसी देने की कार्रवाई को मानवाधिकारों का हनन करार दिया है। संस्था ने एक लीक हुई रिकॉर्डिंग के आधार पर यह बात कही है।
रिपोर्ट्स के अनुसार रिकॉर्डिंग में वो (अफ़कारी) कह रहे थे, "अगर मुझे फांसी दी जाती है तो मैं बताना चाहता हूं कि एक निर्दोष इंसान को, जिसने कोशिश कर अपना पक्ष रखने पूरी हिम्मत से लड़ाई लड़ी, उसे आख़िकार सजा-ए-मौत दे दी गई।" जेल से लीक हुई ऑडियो रिकॉर्डिंग में अफ़कारी ने उन्हें यातना देने के आरोप भी लगाए थे।
ईरान के सरकारी मीडिया की पुष्टि-
रेसलर नवीद अफ़कारी के वकील के मुताबिक इस सजा के लिए न्याय तंत्र ने ईरान के कानून तक को उलट दिया। वकील का आरोप है कि मौत की सजा देने के पहले रेसलर अफ़कारी को परिजन से तक मिलने नहीं दिया गया।
दुनिया भर में आक्रोश-
रेसलर नवीद अफ़कारी को मौत की सजा देने की खबर के बाद दुनिया भर में ईरान सरकार के खिलाफ विरोध के स्वर बुलंद हो गए। लंदन में ईरानी दूतावास के बाहर लोगों ने फांसी के विरोध में प्रदर्शन किया।
वकील हसन यूनेसी ने ट्वीट किया कि; "क्या आप इतनी जल्दी में थे कि आपने नवीद को अंतिम विदाई का भी मौका नहीं दिया?"
नहीं सुनी दुनिया की आवाज-
वर्ल्ड प्लेयर एसोसिएशन से जुड़े 85 हजार खिलाड़ियों ने रेसलर अफ़कारी को सुनाई गई सजा के विरोध में आवाज बुलंद की थी। संगठन का कहना है कि नवीद को सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने के कारण बदला लेने की नीयत से निशाना बनाया गया।
ईरान का खेल खत्म?-
सनद रहे इसके पहले एसोसिएशन ने चेतावनी दी थी यदि चैंपियन रेसलर को ईरान में फांसी दी जाती है तो ईरान का खेलों की दुनिया से बहिष्कार किया जाएगा।
अफ़कारी को फांसी देने पर ईरान को खेलों की दुनिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। फिलहाल इस संदर्भ में अभी आगे की कार्रवाई के बारे में संगठन का कोई अधिकृत बयान नहीं आया है।
ट्रंप ने भी की थी अपील-
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान सरकार से रेसलर अफ़कारी को दी गई मौत की सजा माफ करने की अपील की थी। ट्रंप ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने के लिए इतना कठोर दंड उचित नहीं माना था।
पोम्पियो का ट्वीट-
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट किया है कि; "एक क्रूर सरकार के हाथों हुई नवीद अफ़कारी की मौत के ग़म में हम परिवार और सभी ईरानियों के साथ हैं। उनकी (अफ़कारी) ज़िंदगी और मौत को भुलाया नहीं जाएगा।"
आईओसी ने जताई निराशा-
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (आईओसी) ने इस कार्रवाई को निराशाजनक बताते हुए परिवार का साथ देने की मंशा जताई है। आईओसी ने खेद जताते हुए कहा कि “ये दुखःद है कि; दुनियाभर के खिलाड़ियों की अपील और हमारी तमाम कोशिशों को सफलता नहीं मिली।”
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के मुताबिक इस साल जुलाई में ईरान में प्रदर्शनकारियों को दी जा रही फांसी के विरोध में जर्मनी में प्रदर्शन हुआ था। इसी मामले में रेसलर अफ़कारी के भाई वाहिद और हबीब को क्रमशः 54 साल और 27 साल जेल में बंद करने की सजा सुनाई गई है।
अफ़कारी की मां का आरोप है कि; उनके बेटों को बयान देने के लिए मजबूर किया गया। ईरान के अधिकारियों ने सभी आरोपों को गलत बताया है।
डिस्क्लेमर – आर्टिकल प्रचलित रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। इस आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
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