हाइलाइट्स :
IPL 2020 और IPL 2011 के बीच T 20!
हो जाएगा फैसला 10 हैं, 8 हैं या फिर 9!
ब्रॉडकास्टर संग रॉयल्स के अनुरोध का पेंच!
मैच टाइमिंग का मुद्दा भी मीटिंग में रहेगा खास
IPL की GC मीटिंग बाद थम सकेगा कयासों का दौर
राज एक्सप्रेस। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के साल 2020 के आयोजन को लेकर आयोजक पशोपेश में हैं। सोमवार को होने वाली गवर्निंग काउंसिल (GC) की बैठक में ब्रॉडकास्टर और राजस्थान रॉयल्स की विनती पर मैंबर्स मंथन करेंगे।
चौंकाने वाले निर्णय-
क्रिकेट फैंस के लिए 27 जनवरी का दिन खास हो सकता है। इस दिन आईपीएल प्रशासक समिति की मीटिंग में मैच प्रसारणकर्ता और राजस्थान रॉयल्स के विशेष अनुरोधों पर फैसला लिया जा सकता है। दरअसल ब्रॉडकास्टर ने सत्र 2020 में टी-20 मैचों की टाइमिंग में बदलाव जबकि रॉयल्स ने शुरुआती मैचों के आयोजन से जुड़ी विनती की है।
बदलेगा समय
अव्वल तो मीटिंग में शाम के क्रिकेट मैच जल्द शुरू करने की बहस को बल मिल सकता है जिस पर पिछले दो सत्रों से निर्णय लंबित हैं। इंडियन प्रीमियर लीग गवर्निंग काउंसिल की सोमवार 27 जनवरी को नई दिल्ली में होने वाली बैठक के नतीजों पर क्रिकेट फैंस, समीक्षकों और मीडिया की नज़र रहेगी। एक बार फिर मीटिंग एजेंडा में मैच-टाइमिंग शीर्ष पर हैं। गौरतलब है IPL 2020 संस्करण के लिए शेड्यूल की तैयारी लगभग अंतिम दौर में है।
RR का अनुरोध-
गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में दूसरा खास मुद्दा टीम राजस्थान रॉयल्स का वो अनुरोध है जिसमें फ्रेंचाइजी ने कुछ मैच गुवाहाटी में खेलने की पेशकश की है। इस मसले पर भी मीटिंग के बाद निर्णय आ सकता है।
मैच की टाइमिंग-
2020 इंडियन प्रीमियर लीग IPL 13 के लिए गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में सबसे अहम मुद्दा आईपीएल के मैचों के समय का रहेगा। मैचों की शुरुआत रात्रि 8 बजे के बजाए समय बदलकर 7.30 बजे से करने के मुद्दे पर चर्चा खास रहेगी। पिछले दो सत्रों से मैच टाइमिंग आधा घंटा पहले करने के मुद्दे पर मांग की जा रही है।
साल 2018 में ब्रॉडकास्टर स्टार ने मैच को शाम 7 बजे शुरू करने का अनुरोध किया था। जिसे बाद में बदलकर 7:30 किया गया। इस साल फिर से उन्होंने मैच टाइमिंग के अनुरोध पर विचार करने का मामला बीसीसीआई (बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया) पर छोड़ दिया है।
इस कारण अनुरोध-
औपचारिक या अनौपचारिक किसी भी रूप में बीसीसीआई ने फिलहाल तो किसी भी फ्रेंचाइजी के साथ इस मामले पर चर्चा नहीं की है। हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रॉडकास्टर ने समय बदलने के लिए ये तर्क दिए हैं-
मैच की जल्दी शुरुआत से मैच के बाद की प्रस्तुति के जरिए दर्शकों को बांधा जा सकेगा। इस कारण प्रसारणकर्ता की व्यूअरशिप में भी इजाफा होगा। इससे रेटिंग के मामले में भी मदद मिल पाएगी।
लीग और फ्रेंचाइजी के प्रायोजकों को इस वजह से और अधिक चर्चा मिलेगी।
आधी रात तक प्रतीक्षा करने की तुलना में दर्शक जल्द घर रवाना हो सकेंगे।
परेशानी ये भी-
हालांकि जल्दी मैच की शुरुआत में कुछ कारण ऐसे भी हैं जो मुद्दे से मेल नहीं खाते। इसमें अंडर लाइट्स में ओस सबसे बड़ा कारक होगा। लीग आयोजकों को इन मुद्दों पर निर्णय लेने में दिक्कत आ सकती है। क्योंकि इस परेशानी से एक टीम को इस समस्या का जहां लाभ मिलेगा वहीं दूसरे को जूझना पड़ेगा।
मेट्रोज़ की समस्या-
इसी तरह दिल्ली, मुंबई और बैंगलुरू जैसे बड़े शहरों में लोगों को अपना कामकाज निपटाने के बाद निर्धारित आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए समय की दरकार होती है। यहां तक कि 8 बजे मैच शुरू होने की स्थिति में भी मैदान रात 8.30 बजे के आसपास भरना शुरू हो पाता है। रात 8 बजे मैच शुरू करने का पक्ष रखने वालों की नज़र में टीवी रेटिंग्स के लिए क्रिकेट के साथ समझौता नहीं किया जा सकता।
दस, नौ या आठ?-
बोर्ड और उसकी GC अभी भी इस मुद्दे पर निर्णय लेने की पशोपेश में हैं कि 2021 संस्करण से पहले क्या एक नई टीम को आईपीएल में जोड़ा जाए या एक बार में दो टीमों को पेश किया जाए। अंग्रेजी अखबार ने IPL में BCCI के दो नई फ्रेंचाइजी को और जोड़ने के प्लान के बारे में जानकारी दी है। साथ ही लिखा है कि दो के बजाए अब केवल एक नई टीम क्यों पेश की जा सकती है। उपलब्ध विंडो को ध्यान में रखते हुए "बीसीसीआई” अभी भी इस पर काम कर रहा है।
यक्ष प्रश्न-
सवाल उठता है, यदि नई टीमें पेश की ही जानी हैं, तो दोनों को एक बार में क्यों नहीं लाया जाएगा? IPL 2011 के प्रारूप (74 मैच) की तरह 2021 और 2022 के लिए दोनों नई फ्रैंचाइजी को कैसे लाया जाए फिलहाल कुछ सुधारों के साथ इस मुद्दे पर मंथन का दौर जारी है। गौरतलब है IPL 2011 में पहली बार 8 के बजाए 10 टीमें खेली थीं। पुणे वॉरियर्स इंडिया और कोच्चि टस्कर्स केरल ने IPL में आगाज़ किया था लेकिन पारी लंबी नहीं खींच पाई।
सहूलियत यह भी-
सूत्रों के मुताबिक IPL 13 के IPL 2020 संस्करण को साल 2020 में 20 मार्च तक शुरू कराने का लक्ष्य है। ऐसे में मई के अंतिम सप्ताह तक समापन कार्यक्रम के दौरान IPL प्रशासन के लिए लगभग 60 से 65 दिवसीय विंडो खुल सकेंगी। इससे पुराने IPL 2011 की ही तरह इस दौरान 74 मैच आसानी से खेले जा सकेंगे।
पुराना प्रारूप-
IPL के 13वें सीज़न में या तो 2011 के ही प्रारूप की तरह टीमों को A और B दो समूहों में विभाजित किया जा सकता है। या फिर आईपीएल को दो अलग-अलग विंडो में विभाजित कर दिया जाएगा। ऐसे में टूर्नामेंट का सेकंड हाफ अक्टूबर के आसपास खेले जाने की भी संभावना सूत्रों ने जताई है।
अगर दो नई टीमों को पेश किया जाता है, तो फिर IPL गवर्निंग कमेटी को इस बारे में विचार करना होगा। रिपोर्ट्स कहती हैं आदर्श के तौर पर अभी के लिए नौ टीमों का मॉडल भी आईपीएल 2020 में पेश किया जा सकता है। सोमवार की मीटिंग में BCCI के पदाधिकारी भी शामिल होंगे इस कारण नतीजे फिलहाल सिर्फ कयास ही कहे जा सकते हैं।
गुवाहाटी का पेंच-
फरवरी का महीना शुरू होने को है IPL 2020 का शेड्यूल अभी तक तय नहीं हो पाया है। कहा जा रहा है देरी के पीछे का एक कारण राजस्थान रॉयल्स का गुवाहाटी में कुछ मैच खेलने का अनुरोध भी है। गुवाहाटी में खेलना है या नहीं इस फैसले से भी टाइम टेबल पर काफी कुछ टिका होगा।
सुरक्षा कारण-
गौरतलब है रॉयल्स ने कुछ मैच जयपुर के बाहर खेलने की मंशा जताई है। रॉयल्स ने खास तौर पर विशिष्ट अनुरोध किया कि, वे सत्र के अपने शुरुआती दो मैच गुवाहाटी में खेलना चाहेंगे। सूत्रों के मुताबिक यहां मैच के आयोजन के लिए सुरक्षा चिंताओं पर भी ध्यान देना होगा। हालांकि रिपोर्ट्स कहती हैं शेड्यूल लगभग तैयार है।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर ।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।