दुबई। भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचूरियन टेस्ट के दौरान अपने आवश्यक ओवर रेट के अनुसार गेंदबाजी न करने के कारण विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) अंक तालिका में एक अंक गंवाना पड़ा है। भारतीय टीम जरूरी ओवर रेट से एक ओवर पीछे थी। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों के अनुसार, टीमों को अपने प्रत्येक ओवर के लिए एक अंक का नुकसान होता है। इसका मतलब है कि अगर टीम जरूरी ओवर रेट से एक ओवर कम रहती है तो उसका एक अंक और 2 ओवर कम करने पर 2 अंक काटे जाते हैं। खिलाड़ियों पर भी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। मैच रेफ्री एंडी पायक्रॉफ्ट ने यह निर्णय लिया।
मैच के अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक, मराय इरास्मस, अल्लाहुद्दीन पालेकर और बोंगानी जेले ने यह आरोप लगाया था जिसे भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्वीकारा। इसलिए कोई औपचारिक सुनवाई नहीं हुई। नॉटिंघम टेस्ट में धीमी ओवर गति के कारण भारत ने अगस्त 2021 में भी दो डब्ल्यूटीसी अंक गंवाए थे। 2023 में होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ में ओवर रेट के कारण अंक गंवाना महंगा साबित हो सकता है।
2019-21 के पहले डब्ल्यूटीसी चक्र में ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी इस जुर्माने का सामना करना पड़ा था। भारत के खिलाफ 2020 के मेलबर्न टेस्ट के दौरान धीमी ओवर गति के कारण उन्हें चार अंक गंवाने पड़े थे। इसके चलते वह भारत के खिलाफ फाइनल में जगह बनाने से चूक गया था। डब्ल्यूटीसी की शीर्ष दो टीमें जीते गए अंकों के प्रतिशत से तय होती हैं, और उस मानदंड के आधार पर ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और पाकिस्तान वर्तमान में 2021-23 अंक तालिका में भारत से ऊपर हैं।
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