जिम्बाब्वे के कोच हीथ स्ट्रीक पर आईसीसी ने लगाया आठ साल का प्रतिबंध Social Media
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जिम्बाब्वे के कोच हीथ स्ट्रीक पर आईसीसी ने लगाया आठ साल का प्रतिबंध

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एवं राष्ट्रीय टीम के कोच हीथ स्ट्रीक पर उसकी भष्ट्राचार निरोधक संहिता के उल्लंघन को लेकर आठ साल का प्रतिबंध लगाया है।

Author : राज एक्सप्रेस

राज एक्सप्रेस। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एवं राष्ट्रीय टीम के कोच हीथ स्ट्रीक पर उसकी भष्ट्राचार निरोधक संहिता के उल्लंघन को लेकर आठ साल का प्रतिबंध लगाया है। इस दौरान वह किसी भी तरह से क्रिकेट के साथ कोई संपर्क नहीं रख पाएंगे।

47 वर्षीय स्ट्रीक ने 2016-2018 के बीच जिम्बाब्वे का कोच रहते, आईपीएल 2018 के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और एपीएल 2018 के दौरान काबुल जवान सहित विभिन्न फ्रेंचाइजी का कोच रहते हुए भ्रष्टाचार करने संबंधी पांच आरोप स्वीकार किए हैं, हालांकि ट्रिब्यूनल सुनवाई के दौरान एक चीज जो स्ट्रीक के पक्ष में गई वो यह थी कि उनके अपराधों ने प्रासंगिक मैचों के परिणाम को प्रभावित नहीं किया। 28 मार्च 2029 को स्ट्रीक दोबारा क्रिकेट के साथ जुड़ पाएंगे।

स्ट्रीक पर सट्टेबाजी के उद्देश्यों के लिए वर्ष 2018 में जिम्बाब्वे, बंगलादेश और श्रीलंका के बीच त्रिकोणीय श्रृंखला, जिम्बाब्वे और अफगानिस्तान श्रृंखला 2018, आईपीएल 2018 और अफगानिस्तान प्रीमियर लीग 2018 की आंतरिक जानकारी साझा करने का आरोप है। इसके अलावा स्ट्रीक पर राष्ट्रीय टीम के कप्तान सहित चार खिलाडियों का ऐसे व्यक्ति के साथ संपर्क करवाने का भी आरोप है जो उनसे सट्टेबाजी के उद्देश्यों के लिए आंतरिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संपर्क करता था।

स्ट्रीक ने बीपीएल 2017, पाकिस्तान सुपर लीग 2018, आईपीएल 2018 और एपीएल 2018 के दौरान भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने संबंधी आरोपों को लेकर भी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) के पास रिपोर्ट नहीं की थी। इस कारण उन पर भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के अनुच्छेद 2.4.7 (किसी भी दस्तावेज या अन्य जानकारी को नष्ट करना, जो जांच के लिए प्रासंगिक हो सकती है) के तहत जांच में बाधा डालने या जानबूझ कर देरी करवाने का भी आरोप था।

आईसीसी की इंटेग्रिटी यूनिट के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने कहा, '' हीथ स्ट्रीक एक अनुभवी पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर एवं राष्ट्रीय टीम के कोच हैं, जिन्होंने कई भ्रष्टाचार निरोधक शिक्षा सत्रों में भाग लिया था और संहिता के तहत अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह वाकिफ थे। एक पूर्व कप्तान और कोच के रूप में उन्होंने चार खिलाड़ियों के टीम में प्रवेश को आसान बनाने सहित कई अवसरों पर भ्रष्टाचार निरोधक संहिता का उल्लंघन किया। कई बार उन्होंने हमारी जांच में बाधा डालने और देरी करने का प्रयास किया, हालांकि उनके अपराधों ने किसी भी प्रासंगिक मैचों के परिणामों को प्रभावित नहीं किया।

स्ट्रीक ने आईसीसी के भ्रष्टाचार निरोधक शिक्षा कार्यक्रम की सहायता के लिए सहमति व्यक्त की है जिसके लिए हम आभारी हैं। उन्होंने पश्चाताप और विरोधाभास भी व्यक्त किया है और एक पूर्ण अनुशासनात्मक प्रक्रिया से बचने के लिए आठ साल के प्रतिबंध के निर्णय को स्वीकारा है।"

डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।

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