क्षेत्रीय सब-जूनियर, जूनियर टूर्नामेंट करेगा हॉकी इंडिया Social Media
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क्षेत्रीय सब-जूनियर, जूनियर टूर्नामेंट करेगा हॉकी इंडिया

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि वह खेल को जमीनी स्तर पर विकसित करने के लिए देश भर में सब-जूनियर (अंडर-17) और (अंडर-19) श्रेणियों में क्षेत्रीय टूर्नामेंट शुरू करने की योजना बना रहे हैं।

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नई दिल्ली। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि वह खेल को जमीनी स्तर पर विकसित करने के लिए देश भर में सब-जूनियर (अंडर-17) और जूनियर (अंडर-19) श्रेणियों में क्षेत्रीय टूर्नामेंट शुरू करने की योजना बना रहे हैं। टिर्की ने हॉकी इंडिया के कार्यक्रम 'हॉकी ते चर्चा' पर कहा, "किसी भी खेल को फलने-फूलने के लिये जमीनी स्तर पर विकास की जरूरत होती है। एक मजबूत नींव आपको अच्छे खिलाड़ी और एक मजबूत सीनियर एवं जूनियर टीम देती है। सब जूनियर (अंडर-17) और जूनियर (अंडर-19) श्रेणियों के खिलाड़ियों को अतीत में पर्याप्त खेलने का समय नहीं मिला है। हम क्षेत्रीय स्तर पर जूनियर और सब-जूनियर प्रतियोगिताएं शुरू करके इस व्यवस्था को ठीक करने जा रहे हैं।"

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, "व्यावहारिक रूप से बात करें तो हर कोई भारत के लिये नहीं खेलेगा लेकिन इस व्यवस्था में कम से कम खिलाड़ी को अपने संबंधित क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने में गर्व महसूस कर सकेंगे। यह उन्हें छोटी उम्र में प्रतिद्वंदिता का मज़ा देगा।" करीब 400 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके पद्म श्री टिर्की ने कहा कि यह व्यवस्था चयनकर्ताओं और प्रशासन को खिलाड़ियों का एक समूह तैयार करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा, "हम प्रतिभा की कतार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हर क्षेत्र से हमारे पास संभावित रूप से लगभग 50 खिलाड़ियों का समूह हो सकता है। किसी भी समय हमें इस बात की जानकारी होनी चाहिये कि हमारे सब-जूनियर या जूनियर एथलीट किस स्तर पर हैं और इसलिए हम उन्हें आवश्यक संसाधन दे सकते हैं।"

टिर्की ने बताया कि हॉकी इंडिया इस पहल के तहत एथलीटों और कोचों के लिये विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर रहा है। उन्होंने कहा, "क्षेत्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के स्तर को देखकर हम 'ड्रैग-फ्लिक कार्यक्रम' या 'गोलकीपर कार्यक्रम' जैसे प्रशिक्षण मॉड्यूल प्रदान कर सकते हैं। इन प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की देखरेख में हो सकता है।

उन्होंने कहा, “व्यक्तिगत विकास पर ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि हम एक साधारण अकादमी-आधारित मॉडल के बजाय युवा एथलीटों के लिये आवासीय सुविधाओं पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। यह उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण और पोषण संबंधी आवश्यकताओं से परिचित होने में सक्षम करेगा।" टिर्की ने कहा कि अप्रैल में ओडिशा में होने वाली आगामी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खिलाड़ी विश्व स्तरीय व्यवस्था की उम्मीद कर सकते हैं, जहां मैच दूधिया रोशनी में खेले जाएंगे। टिर्की ने कहा, "एक बार जब हम अपने जूनियर एथलीटों को कम उम्र से ही जिम्मेदारी और अनुभव दे देंगे तो उनके लिये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिये खेलने के साथ आने वाली चुनौतियों का सामना करना आसान हो जाएगा।"

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