पेरिस। फ्रेंच ओपन के निर्विवाद किंग और रौलां गैरो की लाल बजरी के बीच रोमांस बना हुआ है। नडाल ने नॉर्वे के कैस्पर रुड को रविवार को एकतरफा अंदाज में 6-3,6-3, 6-0 से हराकर 14वीं बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीत लिया है इसके साथ ही उन्होंने अपने ग्रैंड स्लेम खिताबों की संख्या 22 तक पहुंचा दी है।
नडाल ने 2005, 2006, 2007, 2008, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2017, 2018, 2019, 2020, 2022 में कुल 14 बार फ्रेंच ओपन, 2009 और 2022 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2008 और 2010 में विम्बलडन तथा 2010, 2013, 2017, 2019 में यूएस ओपन के खिताब जीते।
वह फ्रेंच ओपन के फाइनल में जब भी पहुंचे, उन्होंने खिताब जीतकर ही दम लिया। वह आज तक कभी फाइनल में नहीं हारे। फिलिप चैटरियर कोर्ट पर पांचवीं सीड नडाल ने पहले दो सेट आसानी से 6-3,6-3 से जीते और तीसरे सेट में उन्होंने आठवीं सीड रुड को एक भी गेम जीतने का मौका दिए बिना इसे 6-0 से निपटा दिया।
नॉर्वे के कैस्पर रुड राफेल नडाल को ही अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने नडाल के साथ काफी ट्रेनिंग की है। इसके बाद भी 23 साल के रुड उन्हें टक्कर नहीं दे पाए। नडाल ने मुकाबले को 2 घंटे और 18 मिनट में ही लगातार सेटों में अपने नाम किया। दूसरे सेट में एक समय रुड 3-1 से आगे थे, लेकिन लगातार 5 गेम जीतकर नडाल ने सेट को अपने नाम किया। तीसरे सेट में रुड एक गेम भी नहीं जीत सके और उनका चैंपियन बनने का सपना टूट गया।
राफेल नडाल ने 2005 में यहां पहली बार खिताब जीता था। उसके बाद से वह 13 बार फ्रेंच ओपन के चैंपियन बने। फ्रेंच ओपन क्ले कोर्ट पर खेला जाता है और इसी वजह से नडाल को 'क्ले कोर्ट के किंग' के नाम से भी जाना जाता है।
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