राज एक्सप्रेस। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज और कोच की भूमिका निभा चुके मदन लाल ने सचिन तेंदुलकर की कप्तानी को लेकर चर्चा की, उन्होंने बताया कि क्यों सचिन तेंदुलकर कप्तानी में असफल रहे।
जानकारी के लिए बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने साल 1996 से 2000 के बीच भारतीय टीम की कप्तानी की थी। उन्होंने 73 वनडे मुकाबले और 25 टेस्ट मैचों में कप्तानी की भूमिका निभाई, लेकिन वह खासे सफल नहीं दिखे। साल 1996 से 97 तक भारतीय टीम के कोच रहे मदन लाल ने सचिन की कप्तानी को लेकर माना कि वह इसलिए सफल नहीं हुए, क्योंकि वह खुद के प्रदर्शन पर ज्यादा सजग थे।
पूर्व कोच मदन लाल ने कही सचिन को लेकर यह बात
पूर्व कोच मदनलाल ने सचिन तेंदुलकर को लेकर यह बयान स्पोर्ट्सकीड़ा के फेसबुक लाइव पर दिया है। उन्होंने कहा, मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि वह अच्छे कप्तान नहीं थे, लेकिन वह अपने प्रदर्शन को लेकर खुद पर इतना फोकस्ड थे कि वह टीम का ख्याल नहीं रख पाते थे।
उन्होंने आगे कहा कि, कप्तान के तौर पर आपको सिर्फ अपने प्रदर्शन पर ध्यान नहीं देना होता, आपको दूसरों के बारे में भी सोचना होता है, बल्कि टीम के बाकी लोगों से अच्छा प्रदर्शन करवाना भी कप्तान का काम होता है, आप किस तरह सब संभालते हैं, इस पर काफी कुछ निर्भर करता है
सचिन में खेल को पढ़ने की अच्छी क्षमता
मदन लाल ने आगे की बातचीत में कहा कि सचिन तेंदुलकर में खेल को पढ़ने की अच्छी क्षमता है, वह खिलाड़ियों को बताते हैं कि वह कहां गलती कर रहे हैं और उन्हें कैसे गेंदबाजी करनी चाहिए, वह सब विधाओं में बेहतरीन थे।
आपको बताते हैं कि क्रिकेट के भगवान माने-जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने साल 2013 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 25 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है, जहां उन्हें चार मैचों में जीत मिली और 9 में हार का सामना करना पड़ा, वहीं उन्होंने वनडे मुकाबलों में 73 वनडे में कप्तानी की है, जहां उन्हें केवल 23 मैचों में जीत मिली। सचिन तेंदुलकर का हर विधा में रिकॉर्ड शानदार रहा, लेकिन कप्तानी में उनका जीत प्रतिशत काफी कम था।
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