राज एक्सप्रेस। भारतीय क्रिकेट टीम में दादागिरी करने वाले पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का अब बीसीसीआई (BCCI) का अध्यक्ष बनना तय है उन्होंने आज अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर दिया है आज उन्होंने आईपीएल के पूर्व कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ नामांकन की प्रक्रिया पूरी की है। देखा जाए तो उनके खिलाफ किसी और ने यह नामांकन नहीं भरा है जिसको देखते हुए यह बात तय मानी जा रही है कि सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष होंगे। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान को दादा के नाम से भी जाना जाता है उनके क्रिकेट में लिए गए आक्रमक फैसले और टीम को शानदार बनाने की कला से सभी वाकिफ हैं भारतीय टीम में आज जो सफलता हासिल की है उसके पीछे कहीं ना कहीं सौरव गांगुली कि पूर्व में लगाई गई मेहनत का भी हाथ शामिल है।
अध्यक्ष बनने के बाद इन मुद्दों पर देंगे ध्यान
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली जो कि अब बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने वाले हैं उन्होंने अध्यक्ष बनने के पहले ही साफ कर दिया है कि वे अध्यक्ष बनने के बाद किन मुद्दों पर काम करने वाले हैं उन्होंने बताया कि बीसीसीआई के जो हालात हैं वह सही नहीं थे और उन्हें सुधारने के लिए भी वो तत्पर हैं साथ ही उन्होंने अपनी बात कहते हुए यह भी साफ कर दिया कि, वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट को प्राथमिकता देते हुए वहां से नए खिलाड़ियों को मौका देने पर जोर देंगे तथा फर्स्ट क्लास क्रिकेटरों की स्थिति को बेहतर बनाने पर उनका पूरा फोकस रहेगा। खिलाड़ियों को अच्छी सुविधा मिले इस पर हम पूरी तरह ध्यान देंगे। यह जो नई टीम बनेगी यह पूरी तरह इस विषय पर ध्यान देकर आगे बढ़ेगी। गांगुली ने आगे बताया कि क्रिकेट में हितों का टकराव एक बड़ा मुद्दा है अध्यक्ष पद को संभालने के बाद वे इस मुद्दे पर भी पूरी तरह ध्यान देंगे क्योंकि यह मुद्दा बड़ा है और इसे सुलझाना बहुत ही आवश्यक है।
सोचा नहीं था अध्यक्ष बनूंगा
गांगुली ने अध्यक्ष पद के लिए पहले कभी नहीं सोचा था और उनकी कभी ऐसी इच्छा भी नहीं थी कि अध्यक्ष बने लेकिन वहां के सदस्यों द्वारा चुने जाने पर उन्होंने इस पद के लिए अपनी हामी भरी, उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि मैं इस पद के लिए कभी भी अपनी इच्छा नहीं रखता था यहां पर मौजूद सदस्यों ने ही मुझे यहां तक पहुंचाया है मुझे सदस्यों ने चुना है सदस्य हमेशा यह चुनाव करते हैं कि कौन अध्यक्ष होगा जब सबकी सहमति बनी है तो मैंने इसके लिए हां किया है।
सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों को बोर्ड का सदस्य बनने पर कहा कि, भारतीय खिलाड़ी शुरू में भी BCCI का हिस्सा रहे हैं लेकिन अब सदस्यों की संख्या बढ़ती जा रही है जो कि अच्छी बात है।
भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान होना और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का अध्यक्ष बनना दोनों ही अपने आप में अलग चीजें हैं और इन दोनों चुनौतियों को वह अलग-अलग तरीके से देखते हैं उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि उनका राजनीति में कोई लगाव नहीं है और वे इसमें आगे कभी शामिल नहीं होंगे।
सौरव गांगुली का सबसे ज्यादा जोर बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर आने के बाद बीसीसीआई की स्थिति को सुधारने के ऊपर होगा और कयास लगाये जा रहे है कि, अध्यक्ष बनने के बाद वह बीसीसीआई की एक अलग छवि को पेश करने में सही साबित होंगे ।
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