टोक्यो। पदार्पण ओलम्पिक खेल रहे भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार ने जमैका के रिकार्डो ब्रॉउन को +91 किग्रा वर्ग में गुरूवार को 4-1 से हराकर टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम राउंड 16 का अपना मुकाबला हारकर बाहर हो गयीं।
अपने दूसरे ओलम्पिक पदक की तलाश में उतरी छह बार की विश्व चैंपियन और लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम (51 किग्रा ) को 2016 के रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इन्ग्रित वेलेंशिया से नजदीकी मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। 38 वर्षीया मैरी का यह आखिरी ओलम्पिक मुकाबला था।
लीजेंड भारतीय मुक्केबाज ने मुकाबले के बाद कहा, ''मैं नहीं जानती कि क्या हुआ। मुझे लगा कि पहले राउंड में हम अपनी रणनीति बनाने में लगे थे और फिर मैंने अगले दो राउंड जीत लिए।''अपनी हार के बाद मैरी की आँखों में आंसू थे लेकिन होंठों पर मुस्कराहट भी थी। 38 वर्षीय मैरी का इस हार के बावजूद अभी संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, ''मैं अब भी लड़ सकती हूँ। आपके अंदर इच्छाशक्ति होनी चाहिए। हां इसके लिए ट्रेनिंग और अनुशासन भी जरूरी है। मैं पिछले 20 साल से लड़ रही हूँ। चार बच्चों की मान और राज्यसभा सांसद मैरी ने साथ ही कहा, ''मणिपुरी लोगों में संघर्ष क्षमता जबरदस्त होती है खास तौर पर महिलाओं में।''
उधर सतीश भारत के पहले सुपर हैवीवेट मुक्केबाज हैं और 32 साल की उम्र में उन्होंने ओलम्पिक पदार्पण किया है। सतीश को मुकाबले के दौरान दायीं आंख के ऊपर हल्का कट आया लेकिन उन्होंने बेहतर टाइमिंग के साथ ज्यादा पंच लगाए और सभी पांचों जजों से अंक हासिल किये। सतीश का क्वार्टरफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के बखोदिर जलोलोव से रविवार को मुकाबला होगा।
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