पोर्ट्समाउथ। भारतीय हरफनमौला अक्षर पटेल ने खुलासा किया है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल को ध्यान में रखते हुए भारतीय गेंदबाजों ने आईपीएल के दौरान ही ड्यूक की गेंद से अभ्यास शुरू कर दिया था। सात जून से होने वाले खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया का सामना करने के लिये अधिकतर भारतीय खिलाड़ी आईपीएल खेलकर आ रहे हैं। भारत ने आईपीएल से पहले चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला में भी ऑस्ट्रेलिया का सामना किया था, हालांकि वहां एसजी गेंद का प्रयोग किया गया था जबकि डब्ल्यूटीसी फाइनल में ड्यूक की गेंद इस्तेमाल होगी।
अक्षर ने आईसीसी की ओर से जारी एक वीडियो में कहा, “हमें इसके (ड्यूक गेंद के प्रयोग) बारे में आईपीएल की शुरुआत से ही पता था। इसलिये आईपीएल के दौरान भी यह चर्चा हुई थी कि हम लाल गेंद से अभ्यास करेंगे। हमारे पास लाल गेंदें थीं तो हम उनका प्रयोग कर रहे थे। आप जानते हैं कि कब और कैसे खेलना है, आपके पास कितना समय है। सफेद गेंद से लाल गेंद की ओर प्रस्थान करना आसान नहीं है लेकिन हमारे पास पर्याप्त समय है।” उन्होंने कहा, “हम सफेद गेंद से लाल गेंद की ओर प्रस्थान करते हैं। एसजी को ड्यूक्स से बदलना भी उसी तरह है। आपको अपनी प्रतिभा और कौशल का इस्तेमाल करना होता है। अपनी योजनाओं को लागू करते हुए गेंदबाजी में लय ढूंढने की जरूरत होती है। गेंद जो भी हो, अगर आप सही गेंदबाजी करेंगे तो सफलता मिलेगी। क्योंकि मैच इंग्लैंड में है, हम अपनी लाइन-लेंथ को लेकर योजनाएं बना रहे हैं।”
ड्यूक और एसजी की गेंद में मुख्य अंतर यह है कि इंग्लैंड में प्रयोग होने वाली गेंद लंबे समय तक चमकदार रहती है। गेंद के अलावा भारतीय खिलाड़ियों को इंग्लैंड के मौसम का भी आदी होना होगा, जो भारत की तुलना में काफी ठंडा है। अक्षर ने कहा, “जो खिलाड़ी (आईपीएल प्लेऑफ) में जगह नहीं बना सके उन्हें अभ्यास के लिये अधिक समय मिला। मुझे नहीं लगता कि (फाइनल में) ज्यादा परेशानी होगी क्योंकि हमें अभ्यास के लिये पर्याप्त समय मिला है। अंतर यही है कि ड्यूक की गेंद लंबे समय तक चमकदार रहती है, लेकिन आईपीएल के दौरान हमने यह गेंद मंगाकर अभ्यास किया इसलिये अब हम इसके आदी हो गये हैं।”
उन्होंने कहा, “हम यहां आईपीएल खेलकर आये। भारत में 40-45 डिग्री गर्मी है। उसकी तुलना में यहां बहुत अच्छा लग रहा है। हमने सर्दियों के कपड़े निकाल लिये हैं। यहां हवा भी थोड़ी तेज़ है। हम जब भी यूके (यूनाइटेड किंगडम) आते हैं तो यहां के मौसम का आनंद लेते हैं। ज़ाहिर है, यहां की परिस्थितियां भारत से अलग हैं। यहां तेज गेंदबाजों की भूमिका अधिक होती है, जबकि भारत में स्पिनर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।” भारतीय टीम के लगभग सभी खिलाड़ी इंग्लैंड पहुंचकर अभ्यास शुरू कर चुके हैं। अक्षर का मानना है कि लंदन के द ओवल मैदान की परिस्थितियां दोनों टीमों के लिये बराबर चुनौतियां पेश करेंगी और भारतीय टीम इसके लिये पूरी तैयारी कर रही है। अक्षर ने कहा, “परिस्थितियां दोनों टीमों के लिये एक जैसी हैं। इंग्लैंड में हवा स्विंग गेंदबाजी और की मदद करती है और अगर आप सही जगह टप्पा डालें तो उछाल भी मिलता है। टीम धीरे-धीरे तैयार हो रही है, इसलिये योजनाएं बनती रहेंगी। हम यह काम अपने गेंदबाजी कोच पर छोड़ देंगे।”
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