दिल्ली, भारत। हाल ही के दिनों में संपन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू विजय हुई है और इस चुनाव में विपक्ष पार्टी के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हार का सामना करना पड़ा। इस बीच आज चुनाव में हार के बाद यशवंत सिन्हा का पहला रिएक्शन सामने आया है।
इस दौरान राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के मुकाबले हार के बाद यशवंत सिन्हा अब राजनीतिक पारी को विराम देने के मूड में नजर आ रहे है और उनका कहना है कि, वह किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे। दरअसल, इस बारे में आज यशवंत सिन्हा ने उम्र का हवाला देते हुए कहा- अब मैं 84 साल का हो गया हूं और यह देखना होगा कि, आगे क्या कर पाऊंगा। मुझे देखना होगा कि (सार्वजनिक जीवन में) मैं क्या भूमिका निभाऊंगा, मैं कितना सक्रिय रहूंगा। मैं अब 84 साल का हूं, तो ये समस्याएं हैं।
मैं निर्दलीय रहूंगा और किसी अन्य दल में शामिल नहीं होऊंगा।यशवंत सिन्हा
तृणमूल कांग्रेस के संपर्क को लेकर यशवंत सिन्हा का कहना :
इतना ही नहीं जब यशवंत सिन्हा से यह पूछा गया कि, ''क्या वह तृणमूल के नेतृत्व के संपर्क में हैं। तो इस पर उनकी ओर से ना का जवाब दिया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, ''किसी ने मुझसे बात नहीं की, मैंने किसी से बात नहीं की। निजी तौर टीएमसी के एक नेता उनके संपर्क में हैं।''
बता दें कि, राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती में यशवंत सिन्हा से अधिक वोट द्रौपदी मुर्मू को प्राप्त हुए है। उन्होंने राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी 50% वोट पा लिये। सबसे अधिक वोट मिलने पर राष्ट्रपति पद के लिए जनजातीय समुदाय से आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू विजयी हुई और इस दौरान उन्होंने कल 25 जुलाई को भारत के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली व राष्ट्रपति पद की कमान संभाली।
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