बिहार, भारत। बिहार में जहरीली शराब से जबरदस्त आतंक मचा हुआ है, क्योंकि यहां शराब के सेवन से लगातार लोगों की जान जा रही है और अब बिहार के सारण में जहरीली शराब की वजह से अब तक लगभग 75 लोगों की मौत होने की खबर है। ऐसे में जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजे की मांग की जा रही है, जिसके लिए बिहार की नीतीश सरकार सहमत नहीं है। इस बीच अब बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी का बयान आया, जिसमें नीतीश कुमार से सवाल पूछे गए है।
दरअसल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा- गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से मरने वालों को जब मुआवजा दिया गया था, तो सारण त्रासदी ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। पहले भी मुआवजा दिया गया था और अब भी देना पड़ेगा।
इतना ही नहीं इस दौरान सुशील मोदी द्वारा बिहार सरकार पर गलत आंकड़े दिखाने का भी आरोप लगाया। साथ ही आबकारी और प्रावधान अधिनियम की धारा 42 का हवाला देते हुए यह भी कहा गया है कि, ''मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2018 में सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि, अगर शराब मौत का कारण साबित हुई तो मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने जहरीली शराब पीडि़तों के परिजनों को 4 लाख रुपये देने का वादा किया। साथ ही दावा किया कि, खजुरबानी जहरीली शराब त्रासदी में पीड़ितों के परिजनों को मुआवजा दिया गया। तो सारण त्रासदी में क्यों नहीं?''
आबकारी और प्रावधान अधिनियम के अनुसार, नीतीश कुमार को सारण शराब त्रासदी पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देना होगा और भाजपा इन लोगों के लिए किसी भी हद तक जाएगी।
क्या बिहार में 6 वर्षों में केवल 23 लोगों की मौत हुई है? झूठे आँकड़े NCRB को बिहार भेजता है। केवल गोपालगंज में 2016 में 19 मारे और सरकार ने 4 लाख मुआवज़ा दिया। परंतु 2016 में 7 मौत दिखाई गई।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।