राष्ट्रपति पर उदित राज का आपत्तिजनक ट्वीट पर बवाल Social Media
पॉलिटिक्स

राष्ट्रपति पर उदित राज का आपत्तिजनक ट्वीट पर बवाल, महिला आयोग ने भेजा नोटिस और भड़की BJP

कांग्रेस नेता उदित राज के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट के बाद बवाल मच गया है। अब इसको लेकर NCW ने नोटिस भेजा है।

Sudha Choubey

नई दिल्ली, भारत। कांग्रेस नेता उदित राज ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट किया है। जिसके बाद बवाल मच गया है, हर कोई इस पर अपनी प्रतिक्रया दे रहें हैं। वहीं, उदित राज के इस बयान के बाद भाजपा नेता संबित पात्रा (Sambit Patra) और ने भी पलटवार किया है।

भाजपा नेता संबित पात्रा ने कही यह बात:

भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि, "जिस प्रकार का शब्द उन्होंने (उदित राज) राष्ट्रपति जी के लिए प्रयोग किया है वो चिंताजनक है,ये कोई पहली बार कांग्रेस ने इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग राष्ट्रपति जी के लिए नहीं किया है। इससे पहले अधीर रंजन चौधरी जी ने किया...वो भी हमने सुना है।"

भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने अपने बयान में आगे कहा कि, "ये सब कहीं न कहीं कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है और ये कही न कही आदिवासी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। कांग्रेस को इसके लिए क्षमा मांगना चाहिए।"

NCW ने भेजा नोटिस:

वहीं, उदित राज के इस बयान को लेकर NCW ने नोटिस भेजा है। महिला आयोग ने उदित राज के नाम एक नोटिस जारी किया है, जिसमें उनसे ऐसे शब्दों के इस्तेमाल पर माफी मांगने को कहा गया है।

उदित राज के बयान को महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा है, अत्यधिक आपत्तिजनक बताया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "देश की सुप्रीम पावर और अपनी मेहनत से उस मुकाम तक पहुंची महिला के खिलाफ ऐसे शब्द बहुत ही आपत्तिजनक हैं। उन्होंने ट्वीट में उदित राज से मांफी मांगने को कहा है। उन्होंने आगे लिखा कि, उदित राज को इस अपमानजनक बयान पर माफी मांगनी ही चाहिए।"

उदित राज के इस बयान पर हुआ बवाल:

दरअसल, उदित राज ने ट्वीट किया कि, "राष्ट्रपति कहती हैं 70 फीसदी लोग गुजरात का नमक खाते हैं। खुद नमक खाकर जिंदगी जिएं तो पता चलेगा। इसी ट्वीट में उदित राज ने एक आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए लिखा कि, "ऐसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले।"

उदित राज ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "मेरा बयान द्रौपदी मुर्मू जी के लिये निजी है,कांग्रेस पार्टी का नहीं है। मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदिवासी के नाम से। राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपति हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी। रोना आता है जब एससी/एसटी के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप।"

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT