महाराष्ट्र, भारत। मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर एक बार फिर मोर्चा खुला हुआ है और बहस छिड़ी है। दरअसल, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने फिर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर्स के खिलाफ यह बड़ा बयान दिया है। इस दौरान महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर की मांग को लेकर राज्य सरकार को अल्टीमेटम देते हुए मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग दोहराई है।
कौन सा धर्म है जो दूसरे धर्म को तकलीफ देता है :
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा- राज्य सरकार को मैं साफ बताना चाहता हूं मैं इस मुद्दे से पीछे नहीं हटूंगा, आपको जो करना है करो। ऐसा कौन सा धर्म है जो दूसरे धर्म को तकलीफ देता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा मस्जिद से लाउड स्पीकर हटने चाहिए तो इन्हें क्यों नहीं दिख रहा ?
3 मई तक अगर मस्जिद से अगर लाउडस्पीकर नहीं हटेंगे तो देश भर में मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा बजेगा. ठाकरे ने ये भी कहा कि 3 मई को ईद है।महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे
देश मे कॉमन सिविल कोड लागू करने की मांग :
राज ठाकरे ने आगे यह भी कहा है कि, ''वो होम डिपार्टमेंट को कहना चाहते हैं हमे दंगे नहीं चाहिए। 3 मई तक सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दें हमारी तरफ से कोई तकलीफ़ नहीं होगी।'' साथ ही राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी से देश मे कॉमन सिविल कोड लागू करने की मांग करते हुए इस देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होने की जरूरत बताई है।
पवार नास्तिक हैं, वो धर्म मानते नहीं :
इस दौरान राज ठाकरे ने शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा कि, ''शरद पवार कह रहें है कि, मैं अपनी भूमिका बदलता हूं. मैं पूछता हूं वो बताएं कब मैंने अपनी भूमिका बदली? वो कभी भी अपनी सभा में शिवाजी महाराज का नाम नहीं लेते हैं। वो डरते हैं कि अगर शिवाजी महाराज का नाम लिया तो मुसलमानों का वोट नहीं मिलेगा। इसलिए वो शाहू, फुले और आंबेडकर का नाम लेते। पवार नास्तिक हैं, वो धर्म मानते नहीं हैं इसलिए वो जाति की राजनीति करते हैं ।''
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