कर्नाटक, भारत। कर्नाटक के बेलूर में आज रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित किया और अपने संबोधन में कांग्रेस पर ताबड़तोड़ निशाने साधते हुए यह बातें कहीं है।
कांग्रेस और जेडीएस अस्थिरता के प्रतीक हैं :
कर्नाटक के बेलूर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित कर कहा- इस बार कर्नाटक ने दशकों से चली आ रही गठबंधन की राजनीति को खत्म करने का फैसला किया है. कांग्रेस और जेडीएस अस्थिरता के प्रतीक हैं। कांग्रेस शासित राज्य अपने नेताओं की अंदरूनी कलह के लिए जाने जाते हैं। राजस्थान और छत्तीसगढ़ उनके शासन से तंग आ चुके हैं और कोई विकास नहीं हुआ है। कांग्रेस, जेडीएस की बी टीम भी दिवास्वप्न देख रही है। वे किसी तरह 15-20 सीटें जीतना चाहते हैं और लूटे गए जनता के पैसे में से अपना हिस्सा चाहते हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस एक-दूसरे के खिलाफ होने का नाटक कर रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान इनके नेता एक-दूसरे को गाली दे रहे थे। हालांकि, जैसे ही चुनाव समाप्त हुआ, उन्होंने एक-दूसरे के साथ गठबंधन किया। इसलिए जेडीएस को पड़े हर वोट से कांग्रेस को फायदा होगा और कांग्रेस को वोट देने का मतलब है विकास को रोकना, कर्नाटक को रिवर्स गियर में डालना।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
जेडीएस जो पार्टी है, ये पार्टी भी पूरी तरह से एक परिवार की प्राइवेट लिमिटेड पार्टी है। इस पार्टी के बड़े चेहरे अपनी सारी ताकत, अपने परिवार को बसाने में ही खर्च कर रहे हैं। पार्टी से जुड़ी ज्यादातर हेडलाइन यही होती है कि परिवार के किस सदस्य का पलड़ा भारी है। इस बात की चर्चा नहीं होती कि उनके पास लोगों के लिए क्या एजेंडा है।
कर्नाटक की कांग्रेस इकाई को दिल्ली में बैठे एक परिवार के लिए चौबीसों घंटे काम करना है। हर फैसले के लिए उन्हें दिल्ली में उसी परिवार से हरी झंडी चाहिए। इसी तरह, जेडीएस पार्टी एक परिवार की प्राइवेट लिमिटेड पार्टी है। वे अपनी सारी ऊर्जा अपने परिवार के कल्याण पर खर्च कर रहे हैं।
कांग्रेस ने तुष्टिकरण किया और बीजेपी संतुष्टिकरण पर बल दे रही है। कांग्रेस के तुष्टिकरण के कारण एससी/एसटी, ओबीसी की एक बहुत बड़ी आबादी तक मूल सुविधाएं नहीं पहुंच पाई। जबकि हमारी सरकार ने गरीब को सुविधा भी दी है, उसका स्वाभिमान भी बढ़ाया है।
पिछले 9 वर्षों में आपको बहन-बेटियों का सशक्तिकरण दिखेगा। हमारे यहां माताओं-बहनों के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं होती थी, हमने गरीबों के जो 4 करोड़ घर बनाए, उनमें से अधिकतर को बहनों के नाम रजिस्टर किया।
कांग्रेस तुष्टिकरण में लिप्त रही, जबकि भाजपा ने संतोष पर ध्यान दिया। उनकी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण ही एसटी, एससी और ओबीसी की आबादी का एक बड़ा हिस्सा बुनियादी जरूरतों से वंचित था।
कांग्रेस की सरकारों के दौरान किसान को कर्ज़ माफी के नाम पर ठगा जाता था। भाजपा सरकार ने छोटे से छोटे किसान को भी किसान सम्मान निधि का सहारा दिया। केंद्र सरकार जो पैसे भेजती है उसमें यहां की भाजपा सरकार प्रति किसान 4 हजार जोड़ देती है।।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।