राज एक्सप्रेस। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में पशु चिकित्सक प्रियंका रेड्डी की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले का विरोध-प्रदर्शन सिर्फ सड़कों पर ही नहीं, बल्कि संसद में भी इसकी गूंज रहीं। जी हां! आज संसद में भी हैदराबाद रेप मर्डर केस का मुद्दा उठा और इस पर हर दल के सांसदों ने कड़े शब्दों में निंदा की है।
सरेआम फांसी पर लटकाने की मांग :
जिस तरह से देश के कई हिस्सों में लोग प्रदर्शन करते हुए, दरिंदों को सरेआम फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे हैं, तो वहीं ऐसा ही कुछ संसद में भी देखने को मिला, यहां पर भी हत्यारों को सरेआम फांसी पर लटकाने की मांग की जा रही है।
संसद में किसने क्या कहा-
संसद में जब हैदराबाद रेप मर्डर केस का मुद्दा उठा, तो सभी ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी।
देश में जो घटनाएं घट रही हैं, उस पर संसद भी चिंतित है। मैंने प्रश्न काल के बाद इस पर चर्चा की अनुमति दी है।लोकसभा स्पीकर ओम बिरला
इस मामले पर जया बच्चन ने कहा-
मुझे लगता है कि, यह समय है जब लोग चाहते हैं कि, सरकार उचित और निश्चित जवाब दे। इस प्रकार के लोगों (बलात्कार के अभियुक्तों) को सार्वजनिक तौर पर सज़ा देने की जरूरत है। चाहे निर्भया हो या कठुआ, सरकार को उचित जवाब देना चाहिए, जिन लोगों ने ऐसा किया, उनकी सार्वजनिक तौर पर लिंचिंग करनी चाहिए। जिन पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती है, उनका नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए और उनको शर्मिंदा करना चाहिए।समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन
राज्यसभा में जया बच्चन ने सिर्फ यह ही नहीं कहा, बल्कि आगे यह बात भी कहीं कि, ''ऐसे मामलों पर मैं पता नहीं कितनी बार बोल चुकी हूं, सरकार को अब कार्रवाई करनी चाहिए। एक दिन पहले ही हैदाराबाद में उसी जगह हादसा हुआ था, कुछ देशों में जनता दोषियों को सजा देती है। दोषियों को अब जनता ही सबक सिखाए, उन्होंने कहा कि दोषियों की सार्वजनिक लिंचिंग होनी चाहिए।''
सरकार सुरक्षा नहीं करा पा रही, तो जनता पर फैसला छोड़ दे :
राज्यसभा से बाहर आने के बाद भी जया बच्चन ने कहा- “अगर सरकार महिलाओं को सुरक्षा मुहैया नहीं करा पा रही, तो उन्हें जनता पर फैसला छोड़ देना चाहिए। जो सुरक्षा नहीं दे पा रहे और जो जुर्म कर रहे हैं, उनका एक्सपोज होना जरूरी है। इसके बाद जनता को उनका फैसला करने दें।''
हैदराबाद में जो हुआ वह हमारे समाज और मूल्य प्रणाली के लिए अपमानजनक है। हमें देखना चाहिए कि ऐसी चीजें क्यों हो रही हैं? और हमें उपायों की तलाश करनी चाहिए। मैं चाहता हूं कि, सभी सुझाव दें। बलात्कारियों को कोई दया नहीं दी जानी चाहिए। कोई नया बिल नहीं चाहिए, बल्कि इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू
इसी दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी इस मामले पर यह कहा कि, ''कोई भी सरकार या नेता नहीं चाहेगा कि, ऐसी घटना उनके राज्य में घटित हो। यह समस्या सिर्फ कानून बनाने से हल नहीं हो सकती है। ऐसे कृत्यों को मिटाने के लिए, ऐसे अपराधों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है।''
वहीं, हैदराबाद मामले पर राज्यसभा में अन्नाद्रमुक सांसद विजिला सत्यनाथ ने कहा, ''देश बच्चों और महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। इस अपराध को अंजाम देने वाले 4 लोगों को 31 दिसंबर से पहले मौत की सजा दी जानी चाहिए। फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की जानी चाहिए, न्याय में देरी न्याय ना देना होता है, हालांकि तेलंगाना में हुए दुष्कर्म पर विजिला सत्यनाथ रोने भी लगीं।
इस दर्दनाक घटना का विवरण जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर-
हैदराबाद रेप-मर्डर केस पर लोगों की प्रतिक्रिया व CM ने दिए यह आदेश
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