पश्चिम बंगाल, भारत। पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट हिंसा का मामला काफी सुर्खियों में है। इस बीच बीरभूम घटना की जांच का मामला अब सीबीआई के हाथ आ चुका है, क्योंकि आज शुक्रवार को बीरभूम जिले के एक गांव में हुई हिंसा के मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच का आदेश दे दिया है। तो वहीं, CBI जांच के आदेश पर BJP नेता दिलीप घोष का रिएक्शन आया है।
यह पूरा मामला किसी एक न्यायमूर्ति की देखरेख में चलेगा :
कोलकाता हाईकोर्ट का बीरभूम मामले में CBI जांच के आदेश पर BJP नेता दिलीप घोष ने अपर्ण म रिएक्शन दिया और कहा, "ममता बनर्जी हर घटना में SIT गठित कर घटना को दबाने की कोशिश करतीं हैं। कोर्ट को भी उन पर विश्वास नहीं था, इसलिए इस मामले को कोर्ट ने अपने हाथ में लिया। यह पूरा मामला किसी एक न्यायमूर्ति की देखरेख में चलेगा।
एक तरफ पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने सीबीआई या एनआईए जांच के अनुरोध का विरोध किया और कहा कि, "पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच कर रहा है और उसे समय दिया जाना चाहिए।" तो वहीं, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने जब आज सुनवाई की, तो इस दौरान न्यायालय ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि, "सबूतों को देखते हुए राज्य की पुलिस इस मामले की जांच नहीं करेगी। हाईकोर्च ने इस मामले को लेकर सीबीआई को जांच के आदेश सौंप दिया है और इसकी फाइनल रिपोर्ट 7 अप्रैल को देनी है।"
बता दें कि, बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता भादु शेख की हत्या के बाद जमकर हिंसा भड़की थी। आक्रोशित भीड़ ने 8 लोगों को उनके घरों में जिंदा जला कर मौत के घाट उतार दिया था। इस दर्दनाक घटना के बाद से ही पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में राजनीतिक बवाल खड़ा हुआ है।
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