करीबी की अचानक मौत गहरा दुख देती है।
शोक मनाते रहने से सेहत पर पड़ता है बुरा असर।
स्थिति से निपटने के लिए परिवारजनों की मदद लें।
दुख से उभरने के लिए भावनाओं को स्वीकारें।
राज एक्सप्रेस। हम सभी जानते हैं कि जीवन का अंत ही मृत्यु है। पर बहुत कम लोग इसे स्वीकार कर पाते हैं। हमारे किसी करीबी की अचानक से मृत्यु हो जाए, तो सदमा लगना स्वाभाविक है। आज जिस दौर में हम रह रहे हैं, वहां साइलेंट अटैक, स्ट्रोक, ब्रेन हेमरेज जैसे खतरनाक मामलों ने लोगों को और भी ज्यादा डरा दिया है। थोड़ी देर पहले आप जिस व्यक्ति से मिले हैं, कुछ देर बाद पता चले कि उसकी अटैक से मौत हो गई, तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। इस तरह की खबर न केवल गहरा दुख पहुंचाती है, बल्कि व्यक्ति को कमजोर भी बना देती है। जो हुआ , उसे भूलने में काफी वक्त लगता है, लेकिन बार-बार रोने और शोक मनाने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इस तरह के व्यवहार से इस सदमे से बाहर निकलना आपके लिए और भी ज्यादा मुश्किल हो जाएगा। यहां 5 तरीके बताए गए हैं, जो आपको इस स्थिति से निपटने में काफी मदद कर सकते हैं।
अंत्येष्टि एकत्रित होने का समय है। जब कई लोग इकट्ठा होते हैं, तो यह न केवल आपको शुरुआत के कुछ दिन अच्छे से गुजारने में मदद कर सकता है, बल्कि आपका ध्यान भी भटका सकता है। ऐसे लोगों के साथ रहें, जो आपके प्रियजन के करीबी थे, उनसे आपको बहुत सपोर्ट मिलेगा और दुख से उबरने में मदद भी मिलेगी।
यदि आपको लगे कि आप रो रहे हैं, तो अपने आप को रोने से न रोकें। अपनी भावनाओं को स्वीकार करें। आपको इससे उबरने के लिए जितना समय चाहिए उतना लें। आप समय के साथ ठीक हो सकते हैं । हालातों से उबरने का मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि आप उस व्यक्ति को भूल जाएं, जो मर गया। इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप उन्हें कम याद करते हैं। लेकिन जीवन किसी के लिए नहीं रुकता, निरंतर चलता रहता है। इसलिए जो हुआ, उसे स्वीकारें और जीवन में आगे बढ़ें।
कुछ लोग अपनी भावनाओं को अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ साझा करते हैं कि वे कैसा महसूस कर रहे हैं, जबकि कुछ लोगों को बात करने का मन नहीं होता। अगर आपको बात करने का मन नहीं है, तो अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने के तरीके तलाशें। आप किसी डायरी में अपने विचार लिख सकते हैं। चाहें तो अपने प्रियजन के बारे में कोई गीत, कविता लिख सकते हैं या उनकी एक फोटो बना सकते हैं। इससे आपको बहुत रिलैक्स फील होगा।
आपने अपने जिस प्रियजन को खोया है, आप उसके सम्मान में कोई पेड़ लगाएं या फिर किसी चैरिटी रन या वॉक में हिस्सा लें। एक मेमोरी बॉक्स या फ़ोल्डर बनाएं, जिसमें उस व्यक्ति से जुड़ी चीजें हो, जो मर गया है । आप चाहें तो उस व्यक्ति को एक पत्र लिख सकते हैं, इसमें आप वो सब लिखें सकते हैं, जो आप कहना चाहते हैं। ऐसा करने से इस कठिन समय से उबरने में बहुत मदद मिलेगी।
किसी प्रियजन की मृत्यु के बाद लाइफ को एडजस्ट करने में काफी समय लगता है। ऐसे में आप अपने परिवार, दोस्तों से सपोर्ट ले सकते हैं। अपने दुख को दूर करने के लिए किसी प्रोफेशनल की हेल्प लेने से भी नहीं जिजकना चाहिए।
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