स्लो डंपिंग न्यू ब्रेकअप ट्रेंड है।
इसमें साथी ब्रेकअप के बारे में बात नहीं करता।
स्लो डंपिंग दोनों पार्टनर के लिए दुखद अनुभव है।
पार्टनर की बात सुने बिना किसी निष्कर्ष पर ना पहुंचे।
राज एक्सप्रेस। अगर आप रिलेशनशिप में हैं, तो क्या आपको कभी महसूस हुआ कि आपका साथी आपसे रिलेशन तोड़ना चाहता है, लेकिन बोल नहीं रहा है। आमतौर पर वह डेट प्लान करना कम कर देगा, आपकी तारीफों के पुल बांधना बंद कर देगा या हो सकता है कभी यह भी कह दे कि वह दोस्तों के साथ समय बिताना चाहता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि वो आपसे ब्रेकअप करना चाहता है, फिर भी यह कुछ ऐसे संकेत हैं, जो इशारा करते है कि अब वह आपसे दूरी बनाने की तैयारी में है। इसे स्लो डंपिंग कहते हैं। तो चलिए जानते हैं क्या होती है स्लो डंपिंग और क्या हैं इसके लक्षण।
स्लो डंपिंग का मतलब है साथी को चुपचाप छोड़ देना। जो लोग बिना किसी लड़ाई झगड़े, बहस, किए बिना साथी को धीरे-धीरे छोड़ने की तरकीब बनाते हैं, इसे स्लो डंपिंग कहा जाता है। ऐसे लोग साथी से ब्रेकअप के बारे में बात करने से बचते हैं। क्योंकि वे उन्हें चोट नहीं पहुंचाना चाहते और खुद को धोखेबाज नहीं कहलाना चाहते। वे इस रिश्ते से बाहर निकलना चाहते हैं, वो भी ब्रेकअप किए बिना। वे अपने व्यवहार से वह व्यक्त करना चाहते हैं, जो वे अपने शब्दों से नहीं व्यक्त कर सकते। यह रोमांटिक रिलेशनशिप से बाहर निकलने का शांतिपूर्ण तरीका, लेकिन कायरतापूर्ण रास्ता है।
रिलेशनशिप में पार्टनर खूब बातचीत करते हैं। डेली रूटीन से लेकर अपना करियर, फैमिली के बारे में चीजें शेयर भी करते हैं। लेकिन कभी-कभी आप ऐसा फील कर सकते हैं, कि आपका साथी आपसे बात करने से बच रहा है। कहने का मतलब अब वह आपसे बात करने के लिए उत्सुक नहीं होता। वह आपसे सीधे तौर पर नहीं कह सकता, लेकिन आपसे दूरी बनाने का मन बना चुका है।
दो पार्टनर साथ में जितना क्वालिटी टाइम स्पेंड करते हैं, उनके बीच की दूरियां उतनी कम हो जाती हैं। लेकिन आपको अपने रिलेशन में ऐसा लग रहा है कि पार्टनर के पास अब आपके लिए समय नहीं है या वो आपको पर्याप्त समय नहीं देता, तो यह स्लो डंपिंग का संकेत हो सकता है।
रिश्ते को गहराई तक ले जाने के लिए फिजिकल इंटीमेसी जरूरी है। इससे कपल के बीच एक दूसरे पर प्यार और भरोसा बना रहता है। हालांकि अब आपके और आपके साथी के बीच यह स्थिति नहीं है और पार्टनर की फिजिकल इंटीमेसी में दिलचस्पी खत्म हो गई है, तो जाहिर है दोनों के बीच दूरियां आने ही लगती हैं। पार्टनर कीर ऐसी ही कुछ आदतों से भी आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं, कि वह आपसे चुपके से छुटकारा पाना चाहते हैं।
अगर साथी गुस्से पर काबू नहीं पा रहा। सीधे बातचीत करने के बजाय आपसे गलत व्यवहार करता है, तो वह आपसे कहेगा नहीं, लेकिन यह इस बात का संकेत है कि अब वह आपके साथ इस रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाना चाहता।
चुपचाप साथी को छोड़ना दुखद अनुभव होता है।
दूसरे पार्टनर के लिए यह किसी शॉक से कम नहीं है।
स्लो डंपिंग में प्यार से भरोसा उठ जाता है।
दूसरा पार्टनर तनाव और अवसाद का शिकार हो सकता है।
अगर आपको समझ आ रहा है कि आपका साथी धीरे-धीरे रिलेशनशिप कमिटमेंट से बाहर निकल रहा है, तो इस समय खुली और ईमानदार बातचीत करना बहुत जरूरी है। उनकी बात सुनने से पहले किसी भी डिसीजन पर ना पहुंचें। अपनी भावनाओं को व्यक्त करें और रिश्ते की वर्तमान स्थिति के बारे में बातचीत करें। अगर वह छोटी सी बात का पहाड़ बनाता है और चीजें नहीं बदलती, तो आप तुरंत कोई एक्शन ले सकते हैं।
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