दोस्त सुख दुख का हिस्सा होते हैं।
दोस्त आपको संवेदनशील कहे, तो दूरी बनाएं।
बार-बार मजाक करे, तो मूव ऑन कर लें।
खुद को महान बताना, असंतुलित रिश्ते का है संकेत।
राज एक्सप्रेस। दोस्त हमारी खुशहाल जिन्दगी का हिस्सा होते हैं। दोस्त मजाक-मजाक में काफी कुछ कह जाते हैं। जिसका हमें बुरा नहीं लगता। लेकिन कुछ दोस्त ऐसे होते हैं, जो अपनी बातों से आपके दिल को गहरी ठेस पहुंचा देते हैं। ऐसे में फ्रेंडशिप टॉक्सिक हो जाती है। सीएनबीसी की एक रिपोर्ट में मनोवैज्ञानिक के अनुसार, आपके साथ ऐसा कोई दोस्त है, जो एग्रेसिव शब्दों का उपयोग हर बार करता है। उनकी मंशा आपको नीचा दिखाने की होती है। हालांकि, हम आसानी से इन दोस्तों की पहचान नहीं कर पाते और उनकी दकियानूसी बातों को सुनकर टाल देते हैं। यहां ऐसी 8 बातों के बारे में बताया गया है, जो आपको बताएगा कि अब इस दोस्ती से मूव ऑन करने का समय आ गया है।
जब दोस्त कहता है कि "आप बहुत संवेदनशील हैं," तो उसका मतलब होता है आपकी भावनाएं सही नहीं हैं। लेकिन हम सभी जानते हैं कि अपनी भावनाओं को व्यक्त करना किसी भी दोस्ती का एक स्वस्थ हिस्सा है। ऐसे में दोस्त ये कहे कि आप बहुत संवेदनशील हैं, तो यह इस बात का संकेत है कि आपके दोस्त में सहानुभूति की कमी है। ऐसे दोस्ती से जितनी जल्दी दूर हो सकते हैं हो जाएं।
अच्छे दोस्त जिम्मेदार होते हैं और आपकी ज़रूरतों का ख्याल रखते हैं। जब आप किसी दोस्त को बताते हैं कि आप परेशान हैं, तो वह आपकी समस्या को समझने की कोशिश करता है। जबकि टॉक्सिक फ्रेंड्स अक्सर आपकी समस्या को ही मजाक बना देते हैं। आपका बुरा ना लगे, तो ये जरूर कहते हैं कि - “मैं तो मजाक कर रहा था, क्या नहीं कर सकता”। हर बार ऐसा कहने वाले दोस्त आपकी जिन्दगी में, तो इनसे दूर रहें।
हेल्दी फ्रेंडशिप बराबरी की होती है। इसमें किसी को भी दूसरे से बेहतर नहीं माना जा सकता। अगर आप लगातार और हर बार अपने दोस्त से ये सुन रहे हैं कि आपको खुद को लकी मानना चाहिए कि वो आपका दोस्त है, तो यह एक असंतुलित रिश्ते का संकेत है। इसमें आपको महत्व नहीं दिया जाता।
जो दोस्त आपकी उन्नति को देखकर खुश नहीं होता, वह सच्चा दोस्त तो हो ही नहीं सकता। अगर कोई ऐसा कहे, कि “बॉस ने तुम्हे प्रमोशन कैसे दे दिया”, इसका मतलब है कि वह आपकी सफलता से संतुष्ट नहीं है। उसका ऐसा व्यवहार आपके आत्मविश्वास को कम कर देता है।
जब कोई दोस्त आपसे कहे कि “मुझे अफसोस है कि आप ऐसा महसूस करते हैं”। तो इसका मतलब है कि समस्या उनके व्यवहार के बजाय आपकी भावनाओं में है। अगर अपनी चिंताओं को व्यक्त करने पर आपको दोस्त से कुछ ऐसे कमेंट मिलते हैं, तो इसका मतलब है कि दोस्त आप पर उनके प्रभाव के लिए जवाबदेही नहीं ले रहा है।
दोस्ती को खोना बहुत दुखद होता है। यह दुख तब और बढ़ जाता है जब आपको यह भी नहीं पता होता कि कोई दोस्त क्यों पीछे हट रहा है। एक स्टडी में पाया गया कि नजरअंदाज किए जाने से आप आहत और दुखी महसूस करते हैं और आपका आत्म-सम्मान कम हो जाता है। भले ही वे दोस्ती ख़त्म करना चाहें, लेकिन दोस्तों को उनके प्रति सम्मान दिखाना चाहिए।
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