लंच के बाद ऑफिस में नींद आना आम समस्या है।
रेप्यूटेशन होती है खराब।
नींद से निपटने के लिए हाइड्रेटेड रहें।
ओवरईटिंग से बचें।
राज एक्सप्रेस। अक्सर हमें दोपहर में खाने के बाद नींद आती है। घर में तो ठीक है, लेकिन ऑफिस जाने वाले व्यक्ति की ये सबसे बड़ी दुश्मन है। फिर चाहे, वह फ्रेशर हो, मैनेजर हो या फिर सीईओ, हर किसी को लंच के बाद नींद जैसा महसूस होता है। पलकें झुकने लगती हैं और काम पर से ध्यान हटकर नींद पर ही लगा रहता है। ऐसे में ना तो काम मन लगाकर होता है, बल्कि परफॉर्मेंस और इमेज दोनों ही खराब हो जाती हैं। हालांकि, यह एक सामान्य स्थिति है। इसके लिए हमारी बायोलॉजिकल प्रोसेस जिम्मेदार है। अगर आप भी ऐसी ही स्थिति से गुजरते हैं, तो ऑफिस में दोपहर के भोजन के बाद नींद को दूर करने लिए यहां बताई गई तरकीबों को अपना सकते हैं।
कोई संदेह नहीं कि दोपहर के भोजन के बाद नींद बहुत अच्छी आती है। लेकिन ऑफिस में सोना संभव नहीं है। ऐसी स्थिति हर बार न बने, इसके लिए आपको अपने लंच पर ध्यान देना होगा। हैवी और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर लंच आपको खाने के बाद आपको थकान और सुस्ती महसूस हो सकती है। इसके बजाय लाइट लंच का ऑप्शन चुनें। यह दिनभर आपको एनर्जेटिक रखेगा। अपने टिफिन में भरपूर मात्रा में फल और सब्जियां लेकर जाएं । ये पोषक तत्वों से भरपूर हैं, जो आपको एक्टिव और फोकस रखने में मदद करती हैं।
पूरे दिन एनर्जेटिक बने रहने के लिए हाइड्रेशन जरूरी है। हाइड्रेटेड रहने और सुस्ती से बचने के लिए अपने लंच ब्रेक के दौरान खूब पानी पीना चाहिए। दोपहर के खाने के समय पौष्टिक विकल्प चुनकर, आप अपने शरीर को थकान से दूर रख सकते हैं।
दोपहर के भोजन के बाद आपसे ऑफिस में काम नहीं होता। तो इससे आपकी परफॉर्मेंस खराब हो सकती है। यह आदत आपको लेजी एमप्लॉयी का टैग दे सकती है, जो आपके करियर के लिए अच्छा नहीं है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए दोपहर का खाना खाने के बाद हमेशा तेज रिदम वाला म्यूजिक सुनने की कोशिश करें। तेज धुनों की लय न केवल हमारे एक्साइटमेंट को बढ़ाती है, बल्कि हमें काम करने के लिए भी मोटिवेट करती है।
जब दोपहर के भोजन के बाद थकान और सुस्ती को दूर करने की बात आती है तो पूरे वर्किंग डे में छोटे-छोटे ब्रेक लेना गेम-चेंजर हो सकता है। ये कुछ पल आपके दिमाग और शरीर को तरोताजा करने में मदद करते हैं। ताकि आप फोकस्ड और प्रोडक्टिव बने रहें। छोटा ब्रेक लेने का एक प्रभावी तरीका 20-20-20 नियम का अभ्यास करना है। हर 20 मिनट में, अपनी स्क्रीन से दूर देखें और 20 सेकंड के लिए कम से कम 20 फीट दूर किसी चीज पर अपना ध्यान फोकस करें। यह सिंपल एक्सरसाइज आपकी आंखों को लंबे समय तक कंप्यूटर या फोन स्क्रीन पर घूरने से आराम दिलाने में मदद करेगी।
कार्यालय में दोपहर के भोजन के बाद की नींद से बचने के लिए संतुलित आहार लेने के साथ-साथ ओवरईटिंग से बचना भी उतना ही जरूरी है। बता दें कि डाइजेशन एक बहुत ही जटिल शारीरिक प्रक्रिया है। इसमें बहुत ज्यादा एनर्जी लगती है। इसलिए, ज्यादा खाने से आपके शरीर की ऊर्जा खत्म हो जाती है, जिससे आपको थकान होने लगती है और कोई काम करने का मन नहीं होता।
कॉरपोरेट सेक्टर में पावर-नैप एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है। , खासकर उन मल्टीनेशनल कंपनी में, जिनके एम्प्लॉयी अलग-अलग शिफ्ट और टाइम में काम करते हैं। अगर आपका ऑफिस पावर नैप की सुविधा देता है, तो इसे आजमाना चाहिए। कई रिसर्चर्स ने बताया है कि पावर-नैप्स कामकाजी लोगों की थकान दूर करने में मदद करती है और मस्तिष्क को रिलेक्स होकर काम करने देती है।
ज्यादातर वर्किंग लोगों के लिए दाेपहर खाने के बाद नींद आना आम समस्या है। लेकिन यहां बताए गए टिप्स की मदद से आप आसानी से इस पर काबू पा सकते हैं।
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