पिता बनने पर पुरुष कर्मचारी को मिलेगी 20 सप्ताह की पैटरनिटी लीव।
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने लागू किया नया नियम।
छुट्टियों में पार्टनर का ध्यान रखें पुरुष।
बच्चे की देखभाल करने के ट्रिक सीखें।
राज एक्सप्रेस। मां बनने के बाद महिलाओं को मैटरनिटी लीव मिलती है, वैसे ही कई कंपनियां पुरुष एंप्लॉयीज को भी पिता बनने पर पैटरनिटी लीव देने लगी हैं। कोई कंपनी 12 हफ्ते की छुट्टी देती है, तो किसी के यहां 15 हफ्ते की छुट्टी देने का नियम है। हाल ही में स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने दुनियाभर में काम करने वाले अपने एम्प्लॉइज के पिता बनने पर 20 सप्ताह तक की छुट्टी देने की घोषणा की है।
एक अध्ययन के अनुसार, केवल पांच प्रतिशत नौकरीपेशा पिता अपने छोटे बच्चे के जन्म के बाद दो सप्ताह से ज्यादा की छुट्टी लेते हैं। ऐसे में यह लगता है कि एक मां की तरह पिता को भी ज्यादा छुट्टियों की जरूरत होती है। अगर आप भी पिता बनने वाले हैं और किसी ऐसी कंपनी में हैं, जो आपको पैटरनिटी लीव देने वाली है, तो इसका फायदा उठाना चाहिए। आइए हम आपको बताते हैं कि पैटरनिटी लीव का लाभ आप कैसे उठा सकते हैं।
यह समय आपके और आपके बच्चे के लिए बेहद खास है। लेकिन इस दौरान आपको अपने बच्चे के अलावा अपने साथी का भी पूरा ख्याल रखना सीखना चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं, उनके साथ घर के हर काम में हाथ बटाना बहुत जरूरी है। अगर आपने बेबी को गोद लिया है या आपका बच्चा सरोगेसी से पैदा हुआ है, तो इस समय आप दोनों को ही एक दूसरे की केयर करने की जरूरत पड़ सकती है।
जन्म के शुरुआती दिनों में बच्चे पर बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में आप पिता होने की जिम्मेदारी अच्छे से निभा सकते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (एएपी) के अनुसार, जन्म के कई दिनों बाद बच्चे को पीडियाट्रिशियन के पास ले जाना चाहिए। फिर उन्हें 1, 2, 4, 6, 9, 12, 15, 18 और 24 महीने पर चेकअप की जरूरत पड़ती है। अपॉइंटमेंट शेड्यूल पहले से प्लान करें, ताकि किसी भी हालत में यह मिस न हो।
अगर आप घर पर हैं, तो आपको बच्चे के डायपर बदलने और उसे दूध पिलाने जैसी बुनियादी टास्क सीखने चाहिए। पैटरनिटी लीव बच्चे की एक्स्ट्रा केयर करने के लिए दी जाती है। ऐसे में यह बहुत अच्छा समय है जब आप अपने बच्चे की देखभाल करते हुए उनके साथ अच्छी बॉन्डिंग बना लेंगे।
अगर आप और आपका साथी छुट्टियां खत्म होने पर काम पर लौटने की योजना बना रहे हैं, तो आपको सही डे केयर सर्च करना होगा। इसमें आप गूगल की मदद ले सकते हैं। लेकिन बेहतर होगा कि पहले आप अपने दोस्ताें और पड़ोसियों से रेफ़रल मांगें। अगर आपको फिर भी दिक्कत आ रही है, तो भरोसेमंद चाइल्ड केयर टेकर हायर कर सकते हैं।
बच्चे के आने के बाद माता पिता का दिनभर का शेड्यूल बिगड़ जाता है। कम से कम दो से तीन महीने तक तो सभी चीजें अस्त व्यस्त रहती हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप आगे का प्लान नहीं बना सकते। हर सप्ताह कुछ मिनट निकालें कि क्या और कब किया जाना चाहिए। फिर पूरे सप्ताह एक-दूसरे से बात करें और देखें कि चीजें कैसी चल रही हैं और जरूरत के हिसाब से इन्हें एडजस्ट करने की कोशिश करें।
नॉर्थवेस्टर्न अध्ययन के अनुसार, जब पुरुष पहली बार पिता बनते हैं, तो उनका वजन औसतन 4.4 पाउंड बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चे होने के बाद नई जिम्मेदारियां होती हैं और आपके पास एक्सरसाइज करने का समय नहीं होता, जैसा पहले हुआ करता था। आपके लिए आपका परिवार प्राथमिकता बन जाता है। जब आप अपनी फिटनेस में कुछ मिनट इंवेस्ट करेंगे, तो रिजल्ट आपको खुश कर देगा।
नया पिता बनना मतलब नई जिम्मेदारी आना। 10 में से एक नए पिता को बच्चे के जन्म के बाद डिप्रेशन का अनुभव होता है। चिंता से पैनिक अटैक और पैटर्नल पोस्टपार्टम डिप्रेशन हो सकता है। अकेलेपन को कम करने का एक तरीका अन्य पिताओं के साथ जुड़ना और उनके अनुभव जानना भी है।
कुछ दिन के लिए बच्चे की देखरेख करने के लिए अपने किसी करीबी को बुलाएं और अपने साथी के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें। क्योंकि आपको नहीं पता, कि आपको दूसरा मौका अब कब मिलेगा। यह न केवल आपके रिश्ते को मजबूत करने में मदद करेगा, बल्कि यह आप दोनों को याद दिलाएगा कि बच्चे की जिम्मेदारी संभालने में आप दोनों एक साथ हैं।
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