स्विमिंग से बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास होता है।
4 साल के बच्चे तैराकी सीखने में सक्षम होते हैं।
कम उम्र में पूल में जाने पर रहता है संक्रमण का खतरा।
पूल अलार्म का उपयोग करें।
राज एक्सप्रेस। आजकल इंटरनेट पर हम छोटे-छोटे बच्चों को पानी में तैरते हुए देखते हैं। आश्चर्य भी होता है कि इतनी कम उम्र में ये बच्चे कैसे परफॉर्म कर लेते हैं। इन्हें देखकर आपको प्रेरणा तो मिलती होगी, साथ ही अपने बच्चे को भी स्वीमिंग सिखाने का मन करता होगा। यह सच है कि स्विमिंग करने से न केवल बच्चे की हाइट बढ़ती है, बल्कि उनका मानसिक विकास भी अच्छे से होता है। इसके अलावा स्विमिंग करने से बच्चे को बेहतरीन एक्सरसाइज करने का मौका मिलता है। इन सब बातों को देखते हुए आप अपने बच्चे को स्विमिंग पूल में भेजने का मन बना चुके हैं, तो जरा रुक जाएं। पहले जान लें कि बच्चे को स्विमिंग पूल में भेजने की सही उम्र आखिर क्या है और यह एक्टिविटी उनके लिए सुरक्षित है भी या नहीं।
द अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार, वैसे तो 1 साल की उम्र से बच्चे को तैरना करना सिखा सकते हैं। 12 महीने से कम उम्र के बच्चे सांस लेने के लिए पानी के ऊपर अपना मुंह नहीं उठा सकते इसलिए उनके लिए ये बिल्कुल सेफ नहीं है। हालांकि, अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक्स यह भी सुझाव देता है कि जब तक बच्चा 4 साल तक का नहीं हो जाता, जब तक उसे पूल में नहीं भेजना चाहिए।
4 साल से पहले बच्चे को पूल में भेजने से हाइपोथर्मिया हो सकता है।
बच्चे को हाइपोनेट्रेमिया हो सकता है। यह बीमारी ज्यादा पानी निगलने से होती है।
संक्रमण से बच्चा बीमार हो सकता है।
पूल में मौजूद केमिकल से बच्चों में लंग डैमेज का खतरा रहता है।
अगर आप बच्चे को 4 वर्ष की उम्र से पहले ही स्विमिंग सिखाने भेज रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
बच्चे को स्वीमिंग क्लासेस जॉइन कराने से पहले उसकी आंख, नाक और कान का टेस्ट जरूर कराएं।
स्वीमिंग सिखाने से पहले यह जरूर देख लें कि पूल का पानी बदला जाता है या नहीं।
पूल्स में सही संख्या में लाइफ गार्ड मौजूद हैं या नहीं, इसकी भी जांच कर लें।
स्वीमिंग एक्सरसाइज का ही एक हिस्सा है, इसलिए बच्चे को हाइड्रेट रखना जरूरी है।
सरकारी नियमों के अनुसार, हर स्वीमिंग पूल में फर्स्ट एड और फर्स्ट एड रूम की सुविधाएं होना जरूरी है।
कंज्यूमर प्रोडक्ट सेफ्टी कमीशन के अनुसार, पूल में डूबने वाले बच्चों के 80 प्रतिशत मामले बच्चे के घर परिवार से ही जुड़े होते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स ने पूल सेफ्टी टिप्स बताए हैं।
पूल के चारों तरफ नेट लगाएं।
पूल अलार्म का उपयोग करना जरूरी।
पूल के दरवाजों पर अलार्म लगाएं।
वॉटर वॉचर को अपॉइंट करें।
लाइफ जैकेट का इस्तेमाल करें।
स्विमिंग के लिए स्विमिंग कॉस्टयूम और स्विमिंग कैप जरूर पहनाएं।
पूल में जाने के बाद बच्चों के लिए फ्लोट्स बहुत जरूरी हैं।
पूल में होने वाले इंफेक्शन से सावधान रहें।
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