भोपाल, मध्यप्रदेश। रोहिणी नक्षत्र, रवि योग व शोभन योग संयोग में मंगलवार को धूमधाम से राजधानी सहित प्रदेशभर में अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस मौके पर भोपाल में करीब दो हजार से अधिक शादियां होगी। मां चामुंडा दरबार के पुजारी गुरू पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि जो जोंड़े इस दिन विवाह के गठबंधन में बंधते हैं, उनका दापत्य जीवन अक्षय होता है। इस दिन पूरे साल में सबसे अधिक विवाह होते हैं। इसी प्रकार सभी प्रकार के शुभ कार्य और खरीदारी के लिए भी यह दिन खास माना जाता है।
फलदायी होता है दिन :
पं. दुबे के अनुसार यह अक्षय पर्व कहलाता है। भगवान परशुराम का जन्मोत्सव भी इसी दिन होता है। भगवान परशुराम सप्तचिरिंजीवी में से एक है। इसलिए यह पर्व अक्षय माना जाता है। वैसे तो यह अबूझ मुहूर्त है, लेकिन इस दिन ग्रह नक्षत्रों के योग से बन रहे कई शुभ संयोग इस दिन को और शुभता प्रदान करेंगे।
तीन राजयोग रहेंगे, 50 साल बाद ऐसा योग :
अक्षय तृतीया का दिन साल के प्रमुख अक्षय मुहूर्त में शामिल है। इस दिन जो कार्य होते हैं, वह अक्षय फलदायी होते हैं। वैसे तो यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है, लेकिन इस दिन बन रहे कई संयोग सोने पर सुहागा जैसा है। इस दिन रोहणी नक्षत्र और शोभन योग रहेगा। इसके साथ ही सुख का प्रदाता शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहकर मालव्य राजयोग का निर्माण करेंगे, वहीं गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग और शनि के स्वयं के घर में होने से यश राजयोग बनेगा। अक्षय तृतीया पर ग्रहों की ऐसी युति काफी शुभ मानी गई है। इस तरह का शुभ संयोग लगभग 50 साल बाद आया है। इस दिन सोना, चांदी, घर, जमीन, दुकान, वाहन और प्रॉपर्टी की खरीदारी करना भी विशेष शुभ रहेगा।
अक्षय तृतीया पर इस बार शहर में सामूहिक और घरेलू विवाह समेलनों के जरिए दो हजार से अधिक विवाह होने की उमीद है। आमतौर पर इस दिन सामूहिक विवाह समेलन बड़ी संख्या में होते हैं, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की प्रक्रिया नए सिरे से अब तक शुरू नहीं हो पाई है, इसलिए कई आयोजक इस योजना के तहत विवाह नहीं करवा पा रहे हैं, हालांकि कुछ सामाजिक संगठन अपने खर्चे पर समेलन करा रहे है।
दो साल बाद कोरोना संक्रमण कम होने के चलते होंगे कई आयोजन :
कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप खत्म होने के बाद इस बार अक्षय तृतीया पर कई शादियां होंगी। तो वहीं इसी दिन भगवान परशुराम जयंती भी है, इसलिए भगवान परशुराम मंदिरों सहित कई स्थानों पर भगवान परशुराम जी की पूजा-अर्चना की जाएगी। सुबह से मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रम होंगे।
गुफा मंदिर में होगा मुख्य कार्यक्रम :
गुफा मंदिर में भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव पर उनकी 21 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। प्रतिमा का वजन चार टन है। लागत 45 लाख रुपये आई है। कार्यक्रम में जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, गुफा मंदिर के महंत रामप्रवेशदास, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित शहर भर से ब्राह्मण समाज सहित अन्य समाजों के लोग बड़ी संख्या में गणमान्य लोग शामिल होंगे। मंगलवार को सुबह आठ बजे से शोभायात्रा सहित धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। 5100 महिलाएं कलश लेकर शोभायात्रा में शामिल होंगी। अनावरण कार्यक्रम में चार हजार महिलाएं कलश यात्रा लेकर गुफा मंदिर अलग-अगल स्थानों से पहुंचेंगी। 1000 ब्राह्मण समाज के युवा शामिल होंगे। 1100 वैदिक ब्राह्मण स्तुति वाचन करेंगे। 500 युवाओं की टोली आखड़ों के साथ नृत्य करते हुए शोभा यात्रा में शामिल रहेंगे। ब्राह्मण समाज के 20 अलग-अलग संगठनों से जुड़े लोग शामिल होंगे। धार्मिक आयोजन के साथ ही रात आठ बजे गुफा मंदिर प्रांगण में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी रखा गया है। इसमें अलीगढ़ से गीतकार डा विष्णु सक्सेना, भोपाल से गीत-गजल गायक डा अनु सपन, ओरछा से सुमित मिश्रा, तेजनारायण बेचैन सहित अन्य कवि कविता पाठ करेंगे।
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