नवरात्रि में कन्‍या पूजन से मिलते हैं ये अनोखे फायदे Raj Express
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नवरात्रि में कन्‍या पूजन से मिलते हैं ये अनोखे फायदे, जानिए इनके बारे में

इस बार नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्‍टूबर से हो रही है। अगर आप अष्‍टमी , नवमी पर कन्या पूजन करते हैं, तो यहां बताया गया है कि हर उम्र की कन्‍या का पूजन करने से क्‍या फल मिलता है।

Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • नवरात्रि 15 अक्‍टूबर से शुरू।

  • नौ कन्‍याएं देवी दुर्गा की साक्षात प्रतिमूर्ति।

  • कन्‍याओं के पूजन से मिलती है सुख समृद्धि।

  • 10 वर्ष की कन्‍या का न करें पूजन।

राज एक्सप्रेस। हिंदू धर्म में नवरात्रि एक प्रमुख त्‍योहार है। इसमें माता-रानी के पूरे नौ रूपों की पूजा की जाती है। इन दिनों लोग पूरे नौ दिन के व्रत भी रखते हैं, ताकि माता की कृपा सदा उन पर बनी रहे। इस बार नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्‍टूबर से हो रही है। नवरात्रि के व्रत को पूरा करने के लिए कन्‍या पूजन का विधान है। कई लोग अष्‍टमी तो कई लोग नवमी के दिन 9 कन्‍याओं को भोजन कराते हैं और फिर अपनी श्रद्धा अनुसार उपहार देते हैं। अगर आप इस बार कन्‍या पूजन करने जा रहे हैं, तो यहां हम आपको बताते हैं कि नवरात्रि में किस उम्र की कन्‍या का पूजन करने से क्‍या लाभ मिलता है।

2 से 10 साल की कन्‍याओं का पूजन

देवी भागवत में इन नौ कन्‍याओं को देवी दुर्गा की साक्षात प्रतिमूर्ति माना गया है। इस ग्रंथ के अनुसार, नव कुमारियां भगवती के नौ स्‍वरूपों की जीवंत मूर्तियां हैं, इसके लिए दो से 10 साल तक की कन्‍याओं का चयन किया जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार, 10 वर्ष से ज्‍यादा आयु की कन्‍या को कन्‍या पूजन में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। बेशक वो भोजन कर सकती है, लेकिन उसे मां के नौ स्‍वरूपों में नहीं गिना जाता।

हर वर्ष की कन्‍या का अलग महत्व

2-4 वर्ष की कन्‍या का पूजन

बात अगर दो वर्ष की कन्‍या की करें, तो इसे कुमारिका कहा जाता है। इसका पूजन करने से धन-आयु और बल की वृद्धि होती है। 3 वर्ष की कन्‍या त्रिमूर्ति कहलाती है। जिसके पूजन से घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। वहीं 4 वर्ष की कन्‍या को कल्‍याणी कहा जाता है। इसका पूजन करने से विवाह और अन्‍य कोई शुभ कार्य संपन्न होते हैं।

5-6 साल की कन्‍या का पूजन

जबकि 5 साल की कन्‍या को रोहिणी कहते हैं। इसकी पूजा करने पर स्‍वास्‍थ्‍य लाभ होता है। अगर घर में कोई बीमार है, तो 5 वर्ष की कन्या को भोजन जरूर कराएं। व्‍यक्ति रोग मुक्त हो जाएगा। 6 वर्ष की कन्‍या कालिका कहलाती है। कालिका की पूजा से शत्रु का नाश होता है और राजयोग मिलता है।

7-10 साल की कन्‍या का पूजन

अगर आप 7 वर्ष की कन्‍या का पूजन करते हैं विजय, धन, एश्‍वर्य सब कुछ प्राप्‍त होता है। वहीं अगर घर से दुख और दरिद्रता दूर करनी है, तो 8 वर्ष की कन्‍या का पूजन करना चाहिए। 9 वर्ष की दुर्गा कहलाती है, जिसका पूजन करने से कठिन से कठिन काम भी पूरे हो जाते हैं। 10 वर्ष की कन्‍या सुभद्रा का रूप है। इसके पूजन से व्‍यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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