राज एक्सप्रेस। सोमवार से सावन माह शुरू हो रहा है। इस माह की शुरुआत भी सोमवार से और अंत भी सोमवार से होगा। इस बार सावन 29 दिन का होगा। कोविड-19 के चलते लगे प्रतिबंधों के कारण शहर में पहले सोमवार को कोई बड़ा आयोजन नहीं हो रहा है। शिवालयों को इस मौके पर आकर्षक तरीके से सजाया तो जाएगा, लेकिन अभिषेक और दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार नहीं होगी। भक्त अपने-अपने घरों में ही भगवान शिव की आरधना और उपासना करेंगे।
इस बार सावन माह 29 दिन का होगा फिर भी भक्तों को भगवान की पूजा-अर्चना के लिए पांच सोमवार मिल रहे हैं। आचार्य पंडित रामचंद्र शर्मा वैदिक ने बताया कि इस वर्ष भोले की भक्ति का सावन मास भक्तों के लिए कुछ विशेष योग संयोग लेकर आ रहा है। 6 जुलाई सोमवार से सावन का श्रीगणेश सर्वार्थ सिद्धि योग में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र व मकर राशि में हो रहा है। धर्म शास्त्रों की मानें तो श्रावण मास में भगवान श्री हरि योगनिद्रा में जाते है तो आशुतोष भूत भावन मृत्युंजय अर्थात शिवजी का जागरण होता है। इस वर्ष सावन मास 29 दिनों का होगा व शिवजी के प्रिय सोमवार से प्रारंभ होकर सोमवार को ही समाप्त हो रहा है।
वर्षों वर्ष बाद इस प्रकार का दुर्लभ संयोग शिव भक्तों को मिलने जा रहा है। यह पवित्र सावन मास 5 सोमवार लेकर आया है। पंचांगीय स्तिथि, कृष्ण पक्ष पूरे 15 दिनों का होगा तो शुक्ल पक्ष में अष्टमी तिथि का क्षय है, ऐसे में सप्तमी व अष्टमी दोनों 27 जुलाई सोमवार को मनेगी। इसके साथ ही इस वर्ष कुछ खास योग संयोग जैसे दोनों पक्षों में शनि प्रदोष का महायोग, रवि पुष्य व सर्वार्थसिद्धि के साथ सोमवार व हरियाली अमावस्या का दुर्लभ संयोग व सोमवार श्रावणी, रक्षा बंधन व पूर्णिमा भी शिव भक्तों को शिवजी की कृपा प्राप्त कराएगा, यह योग 20 जुलाई को निर्मित हो रहा है।
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