ऑल सोल्स डे Raj Express
मैडिटेशन एंड स्पिरिचुअलिटी

जानिए क्या है ऑल सोल्स डे? कब हुई थी इस दिन को मनाने की शुरुआत?

हर साल 2 नवंबर को ईसाई धर्म के लोगों के द्वारा ऑल सोल्स डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ईसाई धर्म के लोग अपने पूर्वजों की कब्र पर फूल चढ़ाकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।

Vishwabandhu Pandey

राज एक्सप्रेस। दुनिया भर में ईसाई धर्म के लोगों के द्वारा आज का दिन 'ऑल सोल्स डे' के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि आज के दिन ईसाई धर्म के लोग अपने पूर्वजों, परिजनों और मित्रों की कब्र पर जाकर वहां फूल अर्पित करते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। हर साल इस दिन को 2 नवंबर के दिन मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इस दिन के बारे में।

पहली बार कब मनाया गया था ऑल सोल्स डे?

कहा जाता है कि ऑल सोल्स डे को सबसे पहले क्लूनी के संत ओडिलो द्वारा मनाया गया था, इस दिन को मनाने की शुरुआत मृतकों की स्मृति के तौर पर की गई थी। संत ओडिलो के द्वारा अपनाई जाने वाली इस प्रथा का तेजी से शहर में विस्तार होने लगा। जिसके बाद देखते ही देखते इसे दुनिया भर में मनाया जाने लगा। धर्म की जानकारी रखने वाले लोग बताते हैं कि इस दिन स्वर्ग में मौजूद आत्माएं अपने लोगों के लिए दुआ करती हैं।

ख़ुशी से आत्माओं को याद करते हैं यहाँ के लोग :

अलग-अलग देशों में इस दिन को मनाए जाने का अपना अलग तरीका है। कई देश ऐसे हैं जहाँ ऑल सोल्स डे के मौके पर घंटी बजाकर या मोमबत्ती जलाकर पूर्वजों की आत्माओं को याद किया जाता है। जबकि कुछ देश ऐसे भी हैं जहाँ बच्चों को इस खास दिन पर केक खिलाया जाता है। वहीं यदि आप मैक्सिको में देखेंगे तो इस दिन को ये लोग दुखी होने की बजाय ख़ुशी के साथ मनाते हैं।

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