रक्षाबंधन भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है।
रक्षाबंधन पर बहन भी बहन को बांध सकती है रक्षा सूत्र।
भारत ही नहीं विदेशों में भी मनाते है रक्षाबंधन।
राखी को उतारने का कोई निश्चित समय नहीं होता।
राज एक्सप्रेस। रक्षाबंधन भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन भाई बहन की कलाई पर राखी बांधकर भगवान से उनकी अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। भाई अपनी बहनों को बुराई से बचाने की शपथ लेते हैं और फिर अपनी बहनों को राखी का उपहार देते हैं। वास्तव में यह त्योहार बहुत ही प्यारा है। लेकिन भारत के कई अन्य त्योहारों की तरह रक्षाबंधन से भी कुछ मिथक और पारंपरिक बातें जुड़ी हुई हैं, जिन पर लोग आज तक विश्वास करते आ रहे हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो यहां जानिए रक्षाबंधन से जुड़े मिथक और फैक्ट के बारे में।
रक्षा बंधन केवल सगे भाई-बहनों के बीच मनाया जाता है।
कई लोग अभी भी मानते हैं कि इस त्योहार को मनाने के लिए भाई-बहनों का खून का रिश्ता होना चाहिए, लेकिन यह सच नहीं है। आप अपने जीवन में जिसे भी भाई के रूप में देखते हैं, उसे राखी बांधकर रक्षाबंधन मनाया जा सकता है।
रक्षा बंधन केवल भाइयों और बहनों के बारे में है।
कई लोगों का मानना है कि राखी का धागा सिर्फ बहन ही भाई को बांधती है। यह सही है। लेकिन चूंकि राखी प्यार, सुरक्षा और स्नेह का प्रतीक है, इसलिए राखी बांधने की रस्म बदल गई है। जिन बहनों के भाई नहीं हैं, वे भी अपनी बहनों को प्यार और सम्मान के प्रतीक के रूप में राखी बांधती हैं।
रक्षाबंधन केवल हिंदू ही मना सकते हैं
रक्षा बंधन हिंदू संस्कृति का ही एक त्योहार है। हां, यह त्योहार हिंदू ही मनाते हैं, लेकिन अलग-अलग आस्थाओं को मानने वाले और अलग-अलग सांस्कृति वाले लोग भी अपने भाई-बहनों का सम्मान करने के लिए इस त्योहार को मनाने लगे हैं।
रक्षाबंधन केवल भारत में ही मनाया जाता है।
रक्षा बंधन के कई मिथकों में से एक मिथक यह है कि कई लोग मानते हैं कि यह त्योहार केवल भारत में मनाया जाता है। लेकिन, बहुत से लोग यह नहीं जानते कि रक्षा बंधन कई अन्य देशों, जैसे नेपाल, कनाडा, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया आदि में भी मनाया जाता है। कई भारतीय जो विदेश चले गए और हिंदू हैं, वे इस त्योहार को उसी तरह मनाते हैं जैसे भारत में इसे मनाया जाता है।
राखी को एक तय दिन और समय पर ही उतारना चाहिए।
कई लोग मानते हैं कि जिस तरह राखी बांधना का मुहूर्त होता है, उसी तरह राखी उतारने का भी खास दिन और समय तय होता है। लेकिन यह कोई नियम नहीं है। यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है। राखी हटाना अलग-अलग संस्कृतियों और व्यक्ति की आस्था के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। जैसे महाराष्ट्रीयन संस्कृति में लोग रक्षाबंधन के 15 दिन बाद राखी के धागे हटा देते हैं। कुछ लोग रक्षाबंधन के 7वें दिन पड़ने वाली जन्माष्टमी पर भी राखी के धागे हटा देते हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।