कार से लंबी दूरी की यात्रा आनंददायक होती है।
लांग ट्रिप के दौरान सीट एडजस्ट करते रहें।
कार एक्सेसरीज पर ध्यान दें।
लंबी यात्रा पर ड्राइव करते वक्त पैरों को सपोर्ट देना जरूरी।
राज एक्सप्रेस। हम सभी अपने जीवन में ट्रैवलिंग का मजा लेते हैं। अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए कई लोग ट्रेन बस, फ्लाइट का विकल्प चुनते हैं, वहीं कुछ को कार से सफर करना पसंद होता है। यह आपको सुविधा अनुसार यात्रा करने की सुविधा तो देता ही है साथ ही किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। लेकिन ऐसा नहीं है। इसके भी गंभीर नुकसान हैं। लांग रोड ट्रिप आपके शरीर के एक हिस्से को बुरी तरह से प्रभावित करती है, वो है पीठ का निचला हिस्सा। कहने का मतलब है कि लंबी दूरी की यात्रा पर ड्राइव करते हुए आप लोअर बैक पेन के शिकार हो सकते हैं। घंटों तक कार में बैठे रहने से पीठ के निचले और पेल्विक हिस्से पर दबाव पड़ता है, जिससे उठते समय अकड़न और दर्द होने की संभावना ज्यादा हो जाती है। कार चलाते हुए आपके पैर सबसे ज्यादा एक्टिव होते हैं। यहीं से सारी परेशानी की शुरुआत होती है। अगर आपको भी अक्सर लांग रोड ट्रिप पर जाना पड़ता है, तो यहां बैक पेन से निपटने के तरीके बताए गए हैं।
जो लोग बहुत लंबे समय तक गाड़ी चलाते हैं उनमें फिजिकल एक्टिविटी और हृदय से जुड़ा फिटनेस लेवल कम होता है। ब्लड फ्लो और वजन बनाए रखना दिल की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है। लेकिन लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से आपकी हृदय संबंधी फिटनेस थोड़ी कम हो जाती है और इसी से रक्त के थक्के जमने का भी खतरा रहता है।
कार में बहुत देर तक बैठने से थकान हो सकती है और इससे रक्त के थक्के जमने या पीठ में चोट लगने जैसी खतरनाक स्थितियां भी पैदा हो जाती हैं। ध्यान रखें कि अपनी यात्रा के दौरान आंखों को आराम देने और सड़क से फोकस हटाने के लिए हर दो घंटों में ब्रेक लें।
यात्रा के दौरान पीठ के निचले हिस्से में दर्द को कम करने के लिए कार एक्सेसरीज पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। कार पिलो, मेमोरी फोम सीट कुशन्स जैसी चीजें आपकी लंबी यात्रा को बहुत कंफर्टेबल बना सकती है।
लंबी सड़क यात्रा के दौरान ड्राइविंग करते हुए आप सीट को इतना झुका लेते हैं, कि इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ती है। ध्यान रखें कि सीट का पिछला हिस्सा 100 से 110 डिग्री के बीच सीधा होना चाहिए। यदि आप गाड़ी चला रहे हैं, तो कोशिश करें कि आप स्टीयरिंग व्हील तक आसानी से पहुंच जाएं। ऐसा न होने पर पीठ या कंधे झुक जाते हैं, जिससे ड्राइविंग करते वक्त व्यक्ति को पीठ दर्द का सामना करना पड़ता है।
लोअर बैक पेन से बचने के लिए आप हर 2 घंटे की ड्राइविंग के लिए कम से कम 15 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए। यदि आपको पीठ में हल्का दर्द महसूस हो रहा है, तो अपनी पीठ और पैरों को फैलाने के लिए हर 30 से 60 मिनट में ब्रेक लेते रहें। ऐसा करने से ब्लड सर्कुलेशन को बनाए रखने और मांसपेशियों को लचीला रखने में मदद मिलती है।
इस स्थिति से बचने के लिए सीट बेल्ट और सीट बदलने के तरीकों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। हर 15 से 20 मिनट में अपनी सीट को एडजस्ट करते रहें। इसके अलावा हैमस्ट्रिंग को थोड़ा सा स्ट्रेच करने से सड़क यात्रा के दौरान पीठ दर्द से बचा जा सकता है।
लांग रोड ट्रिप के दौरान पैरों को सपोर्ट देना बैक पेन से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। पैर एक मजबूत सतह और सही हाइट पर रखे जाने चाहिए ताकि आपकी पीठ के निचले हिस्से पर स्ट्रेस कम पड़े। कहने का मतलब है कि उन्हें डैशबोर्ड पर न रखते हुए फर्श बोर्ड पर रखें। यह स्थिति आपके घुटनों को सही एंगल पर रखती है। इससे रीढ़ पर दबाव पड़ने की संभावना काफी कम हो जाती है।
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