World TB Day : हर साल 24 मार्च का दिन पूरी दुनिया में World TB day यानी विश्व टीबी दिवस के रूप में मनाया जाता है। दरअसल टीबी एक ऐसी बीमारी हैं, जो हर साल कई लोगों की मृत्यु का कारण बनती है। हालांकि इसके बावजूद हमारे समाज में ज्यादातर लोग इस बीमारी के बारे में जागरूक नहीं है। ऐसे में लोगों को टीबी के प्रति जागरूकता करने और इस बीमारी से लड़ने के लिए समाज को प्रेरित करने के लिए विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है। भारत सरकार द्वारा साल 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस बीमारी को खत्म करने के लिए इसके बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। हालांकि हमारे समाज में आज भी टीबी को लेकर कई तरह की गलत धारणाएं मौजूद है। तो चलिए जानते हैं कुछ प्रमुख भ्रांतियों के बारे में।
दरअसल हमारे समाज के कई लोगों के मन में यह धारणा है कि टीबी एक अनुवांशिक बीमारी है और यह माता-पिता से बच्चों में आती है। हालांकि यह पूरी तरह से गलत है। टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो कभी भी आपको गिरफ्त में ले सकती है। इसका आपके जीन से कोई संबंध नहीं होता है।
कई लोगों के मन में यह धारणा है कि धुम्रपान करने से टीबी होता है। हालांकि यह सही नहीं है। धुम्रपान से टीबी नहीं होता है। हालांकि अगर किसी व्यक्ति को टीबी है तो उसे धुम्रपान बिल्कुल नहीं करना चाहिए। यह इस बीमारी को बढ़ा सकता है।
कई लोग ऐसा भी सोचते हैं कि टीबी की बीमारी गरीब लोगों को होती है, क्योंकि पौष्टिक आहार नहीं मिलने के चलते उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। बता दें कि टीबी की बीमारी किसी भी आर्थिक वर्ग वाले व्यक्ति को हो सकती है। हालांकि यह सच है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों में इसके मामले ज्यादा सामने आते हैं, इसके कई अलग-अलग कारण है।
कई लोगों के मन में यह गलत धारणा है कि टीबी की बीमारी सिर्फ फेफड़ों में ही फैलती है। हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है। टीबी शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती है।
कई लोग आज भी यह सोचते हैं कि टीबी का कोई इलाज नहीं है। आपको बता दें कि यह पूरी तरह से गलत धारणा है। वर्तमान समय में टीबी का इलाज संभव है और उचित उपचार लेकर इसे खत्म किया जा सकता है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।