प्रियंका चोपड़ा ने बताया 30 की उम्र में कराई थी एग फ्रीजिंग।
एकता कपूर ने 36 साल की उम्र में एग फ्रीज करा लिए हैं।
38 की उम्र तक एग फ्रीज कराना फायदेमंद।
प्रेग्नेंट होने की बनी रहती है संभावना।
राज एक्सप्रेस। क्या आपने एग फ्रीजिंग के बारे में सुना है। मिडिल क्लास तो नहीं, लेकिन इन दिनों हाई क्लास सोसाइटीज में यह ट्रेंड काफी पॉपुलर हो रहा है। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने कुछ दिनों पहले खुलासा किया था कि उन्होंने एग फ्रीजिंग कराई थी। एक्ट्रेस की तरह दुनिया की कई महिलाएं इस तकनीक की बदौलत अधेड़ उम्र में भी मां बनने का सपना पूरा कर सकती है। खासतौर से करियर के प्रति जागरूक महिलाएं देर से मां बनना पसंद करती हैं। इसके अलावा हेल्थ इश्यू या फिर फैमिली प्रॉब्लम के कारण भी कुछ महिलाएं परिवार को आगे नहीं बढ़ाना चाहतीं। ऐसे में एग फ्रीजिंग उनके लिए सिक्योरिटी का काम करता है। इस तकनीक के जरिए ही प्रियंका चोपड़ा मां बन पाई हैं। बॉलीवुड में कई और ऐसी एक्ट्रेसेस हैं, जो एग फ्रीज करा चुकी हैं। मेडिकल भाषा में इसे क्रायोप्रिजर्वेशन कहते हैं। तो आइए आपको बताते हैं आखिर एग फ्रीजिंग क्या होता है, कब करते हैं और क्या हैं इसके फायदे नुकसान।
एक फ्रीजिंग एक ऐसी तकनीक है, जिसके जरिए महिलाएं रिट्रीवल प्रोसेस के जरिए अंडों को पहले ही फ्रीज करा लेती हैं, इससे वे जब चाहे , जिस उम्र में चाहें मां बन सकती हैं। कह सकते हैं कि यह महिलाओं की फर्टिलिटी को बरकरार रखने का तरीका है। इस प्रोसेस से पहले एक महिला को आठ से दस इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। इसके बाद एनेस्थीसिया देकर प्रोसेस शुरू की जाती है। इसमें योनि के जरिए एक पतली सुई डाली जाती है और कई रोम बाहर निकाले जाते हैं। इसमें रेगुलर अल्ट्रासाउंड होता है। इस दौरान महिला के शरीर से मेच्योर अंडों को निकालकर जीरो तापमान पर फ्रीज कर दिया जाता है। इस प्रोसेस में अंडों की जैविक गतिविधि को कुछ समय के लिए रोक देते हैं, ताकि उस गति को बाद में इस्तेमाल किया जा सके। कई सालों के बाद भी एक महिला इन अंडों की मदद से मां बन सकती है।
हालांकि, महिलाओं को यह भ्रम होता है कि यह प्रक्रिया दर्दनाक है। इस संबंध में भोपाल के मालती हॉस्पिटल एंड टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की एमडी, डीजीओ गायनाकोलॉजिस्ट एंड आईवीएफ कंसल्टेंट डॉ.मालती भोजवानी कहती हैं कि एज फ्रीजिंग की प्रोसेस पेनफुल नहीं है। रोजाना 10 दिन तक एक इंजेक्शन लगाया जाता है। इसमें एनेस्थीसिया दिया जाता है। इसलिए सर्जरी या टांके की जरूरत नहीं पड़ती। फिर भी एग रिट्रीवल प्रोसेस में महिलाओं को कुछ सावधानियां बरतनी पड़ती हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, एग फ्रीज कराने की सही उम्र 20 से 30 साल के बीच होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस उम्र में प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लिकेशन बहुत कम होते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि 35 के बाद अंडे की गुणवत्ता और मात्रा में कमी आने लगती है, जिससे मां बनना कठिन हो जाता है। इसलिए सही उम्र में एग फ्रीज करा लेने चाहिए। जितनी कम उम्र में एग फ्रीज कराते हैं, उतने कम अंडे देने पड़ते हैं। जैसे 34 साल की महिला को 10 अंडे फ्रीज कराने की जरूरत होती है, वहीं 37 साल की महिला को 20 अंडे देने पड़ते हैं। जबकि 41 की उम्र में 42 एग की जरूरत पड़ती है। इसलिए 38 साल का पड़ाव पार चुकी महिलाओं को एग फ्रीज करने की सलाह नहीं दी जाती।
प्रियंका चोपड़ा ने 30 की उम्र में कराई एग फ्रीजिंग।
तनीषा मुखर्जी 39 साल की उम्र में एग फ्रीज करा चुकी हैं।
एकता कपूर ने भी 36 की उम्र में इस तकनीक का इस्तेमाल किया था।
डायना हेडन ने भी एग फ्रीजिंग के जरिए जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था।
टीवी एक्ट्रेस मोना सिंह भी 34 की उम्र में एग फ्रीज करा चुकी हैं।
रिदिमा पंडित ने भी 2022 में एग फ्रीज करा लिए हैं।
दोबारा से अंडाें को शरीर में ट्रांसफर करने के बाद महिला अपने नॉर्मल रूटीन में वापस आ सकती है।
यह प्रक्रिया पेनफुल नहीं है।
बच्चे पैदा करने की कोई बंदिश नहीं होती।
एग फ्रीजिंग के बाद कभी-कभी दर्द का अनुभव हो सकता है।
प्रेग्नेंट होने की संभावना बनी रहती है।
वजन बढ़ सकता है।
शरीर में सूजन आ सकती है।
तकनीक काफी महंगी है।
अंडा निकालने के बाद छह से आठ सप्ताह तक आराम करना चाहिए।
कोई भारी वस्तु नहीं उठानी चाहिए।
इस दौरान दौड़ना, कूदना या एरोबिक्स करने की भी मनाही होती है।
अंडा निकालने के बाद महिला को कोई भी हार्ड वर्कआउट नहीं करना चाहिए।
यौन गतिविधियों में ना शामिल होने की सलाह दी जाती है।
योनि क्रीम आदि का उपयोग न करें।
इस अवधि के दौरान तनाव लेने से बचना चाहिए और जितना हो सके उतना आराम पर ध्यान देना चाहिए।
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