गाय का दूध कैल्शियम से भरपूर होता है।
हाई कॉम्प्लेक्स प्रोटीन शिशु की किडनी खराब करता है।
आयरन की कमी से नहीं बढ़ पाता बच्चे का वजन।
चाइल्डहुड ओबेसिटी को जन्म देता है गाय का दूध।
राज एक्सप्रेस। जन्म के बाद मां का दूध ही बच्चों का मुख्य आहार है। यह उसकी सेहत और पोषण के लिए बहुत जरूरी है। ये दूध एंटीबॉडी और प्रोटीन से भरपूर होता है, जिससे छोटे बच्चे का इम्यूनिटी लेवल मजबूत बनता है। हालांकि, जिन महिलाओं के स्तनों में पर्याप्त दूध नहीं आता, वो बच्चे को गाय का दूध पिलाना शुरू कर देती हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या एक साल से कम उम्र के बच्चों को गाय का दूध पिलाना चाहिए। कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन और न्यूबॉर्न स्पेशलिस्ट डॉ.पवन मंडाविया ने इंस्टाग्राम पेज पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें उन्होंने बच्चों के लिए गाय के दूध के नुकसान बताए हैं। अगर आप भी अपने बच्चे को गाय के दूध का सेवन कराते हैं, तो इससे होने वाले नुकसानों के बारे में जरूर जान लें।
डॉ.मंडाविया बताते हैं कि गाय के दूध में बहुत ज्यादा मात्रा में कॉम्प्लेक्स प्रोटीन होते हैं। यह गाय के बछड़े को जन्म के तुरंत बाद खड़े होकर चलने में मदद करते हैं। जब हम बच्चे को यह दूध पिलाते हैं, तो बच्चे की किडनी और इंटेस्टाइन इस प्रोटीन को ठीक से डाइजेस्ट नहीं कर पाती। इससे बच्चे की किडनी और आंत बुरी तरह प्रभावित होती हैं। गाय का दूध पीने वाले बच्चों को कई बार डायरिया और स्टूल में ब्लड की शिकायत भी होती है।
आयरन एक ऐसा पोषक तत्व है, जो बच्चे को खून की कमी से बचाता है। लेकिन गाय के दूध में आयरन बहुत कम मात्रा में होता है। इसके कारण बच्चों को एनीमिया हो जाता है। इस कारण बच्चा चिड़चिड़ा होता है, भूख नहीं लगती और उसका वजन भी उम्र के हिसाब से नहीं बढ़ पाता।
सरकार की सलाह के अनुसार, 6 महीने से बच्चों को विटामिन सी देना शुरू कर देना चाहिए। पर अगर आप शिशु को गाय का दूध पिला रहे हैं, तो शायद ही उसके शरीर में इसकी पूर्ति हो पाए। क्योंकि, गाय के दूध में विटामिन सी की मात्रा बहुत कम होती है। बता दें कि विटामिन सी एक तरह का इम्यूनिटी बूस्टर है, यह एनर्जी बढ़ाने के साथ ही त्वचा के स्वास्थ्य की भी देखभाल करता है। कुल मिलाकर यह बच्चे की ग्रोथ आएैर डेवलपमेंट के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन 1 साल से कम उम्र के बच्चों को यह न दें, तो ही अच्छा है।
आमतौर पर सफेद दूध भरपूर पोषक तत्वों के लिए जाना जाता है। लेकिन गाय के दूध में पोषक तत्वों की कमी पाई गई है। इसके नियमित सेवन से शिशुओं को वो पोषण नहीं मिलता, जो उनकी ग्रोथ के लिए जरूरी हैं। चूंकि हम गाय के दूध में पानी मिलाकर देते हैं, इसलिए बच्चे को जितना फैट मिलना चाहिए वो नहीं मिल पाता।
गाय के दूध में कैल्शियम, फास्फेट और प्रोटीन बहुत ज्यादा मात्रा में होते हैं। अगर 1 साल से कम उम्र के बच्चे को नियमित रूप से यह दूध पिलाया जाए, तो बच्चा चाइल्डहुड ओबेसिटी की चपेट में आ सकता है।कुछ समय तक इसे पीने के बाद बच्चा आपको भले ही ऊपर से गोलू मोलू टाइप दिखाई दे, लेकिन उसकी ग्रोथ वहीं रुक जाती है।
डॉ. मंडाविया ने सलाह दी है कि अगर किसी महिला को ब्रेस्ट मिल्क नहीं आता, तो एक साल से छोटे बच्चे के लिए फॉमूर्ला मिल्क बेस्ट ऑप्शन है।
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