हेल्दी मॉर्निंग रूटीन होना जरूरी है।
सुबह की गलतियां सेहत को करती हैं प्रभावित।
रोजाना एक ही तरह के वर्कआउट से बचें।
नाश्ते में केवल कार्ब लेना सबसे बड़ी गलती है।
राज एक्सप्रेस। दिन की शुरुआत हमेशा स्वस्थ और खुशहाल तरीके से होनी चाहिए। इसका असर हमारी पूरी दिनचर्या में देखने को मिलता है। हालांकि, आजकल लोग सुबह की आदतों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं। वे समझते हैं कि सुबह जल्दी उठना सेहत के लिए अच्छा है, ब्रेकफास्ट और वर्कआउट दिनभर खुद को दुरुस्त बनाने के लिए जरूरी है। लोग इन मॉर्निग रूटीन को फॉलो करते तो हैं, लेकिन इनके साथ कुछ गलतियां भी हो जाती हैं, जो सेहत को फायदा पहुंचाने के बजाय उल्टा नुकसान पहुंचाती हैं। यहां कुछ सामान्य स्वास्थ्य गलतियों के बारे में बताया गया है, जो आमतौर पर लोग सुबह 10 बजे से पहले करते हैं। साथ ही जानते हैं इन गलतियों को ठीक करने के तरीके भी।
हम सभी जानते हैं कि नाश्ता करना बहुत जरूरी है। लेकिन इसमें सबसे बड़ी गलती है कार्ब खाना। नियमित रूप से सिर्फ कार्ब का सेवन इंसुलिन बढ़ा सकता है, जिसके बाद ब्लड शुगर कम होने लगता है और एक से दो घंटे में बार-बार भूख लगने लगती है।
नाश्ते में होल व्हीट ग्रेन मफिन और टोस्ट का सेवन करें। टोस्ट पर पीनट बटर लगाकर भी खा सकते हौ। ऐसा करने से सैशिटी हार्मोन रिलीज होते हैं और ब्लड शुगर स्थिर रहती है, जिससे दोपहर तक भूख और थकान नहीं होती।
सुबह एक्सरसाइज करने से एक्टिवनेस बनी रहती है। लेकिन रोजाना एक ही तरह का वर्कआउट आपको फिटनेस से मिलने वाले बेनिफिट से वंचित कर सकता है। रोजाना अलग-अलग तरह के वर्कआउट के बीच स्विच करने से शरीर के सभी अंगों पर दबाव पड़ता है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए कार्डियो और स्ट्रेंथ बिल्डिंग रेजिस्टेंस ट्रेनिंग का कॉम्बिनेशन करना अच्छा है।
हर दिन अलग वर्कआउट करें। उदाहरण के लिए,सोमवार और बुधवार को सुबह-सुबह सैर कर सकते हैं। मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार की सुबह जिम जा सकते हैं और फिर, वीकेंड पर, बाइक की सवारी या पैदल यात्रा के लिए जा सकते हैं।
सुबह अलार्म घड़ी में स्नूज़ बटन दबाना और कुछ और मिनटों के लिए अपनी आंखें बंद करके सो जाना सेहत को प्रभावित करता है। यह एक आम गलती है, जिसे लगभग हर कोई दोहराता है। जब आपका शरीर जागना शुरू कर रहा हो तो अपने आप को वापस सोने की परमिशन देना गलत है। इससे सोने की इच्छा और बढ़ती जाती है।
हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने का प्रयास करें। यदि आप सुबह जल्दी नहीं जाग सकते, तो अलार्म का उपयोग करना ठीक है। लेकिन जब यह पहली बार बजे उसी समय बिस्तर छोड़ देना चाहिए, बजाय स्नूज बटन दबाने के।
सुबह जागने के बाद अगर आप कमरे की खिड़कियां नहीं खोलते, तो यह भी गलत है। बता दें कि सुबह की रोशनी हमारे मस्तिष्क और शरीर के लिए एक संकेत है कि दिन शुरू हो गया है। यह आपके शरीर को मेलाटोनिन के उत्पादन को बंद करने और शरीर को समय का ध्यान रखने में मदद करती है।
अगर संभव हो, तो सुबह की रोशनी लाने के लिए अपने शेड्स या पर्दे खोलने चाहिए। यह संभव नहीं है, तो लाइटें जला देना अच्छा विकल्प है।
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