कच्‍चे नहीं खाने चाहिए ये 5 फल Syed Dabeer Hussain - RE
हेल्थ एंड फिटनेस

कच्‍चे नहीं खाने चाहिए ये 5 फल,सेहत को होता है नुकसान

फल भले ही हमारी सेहत के लिए अच्‍छे होते हैं, लेकिन कच्चे फलों का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है। न केवल इन्‍हें पचाना मुश्किल होता है, बल्कि इन्‍हें खाने से पेट से जुड़ी समस्‍याएं पैदा हो जाती हैं।

Deepti Gupta

राज एक्सप्रेस। कहते हैं बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फल जरूर खाना चाहिए। न्‍यूट्रिशनिस्‍ट और डॉक्‍टर भी फलों को अपने आहार में शामिल करने की सलाह देते हैं। फलों में नेचुरल ग्‍लूकोज पाया जाता है, जिससे शरीर को एनर्जी और अच्‍छी मात्रा में पोषक तत्‍व मिलते हैं। इतना ही नहीं फलों में विटामिन, मिनरल और एंजाइम होते हैं, जिन्‍हें खाने से सेहत ठीक बनी रहती है। आमतौर पर हम सभी पके हुए फल खाते हैं, जो स्‍वाद और सेहत के लिहाज से अच्‍छे होते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि फलों को कच्‍चा या अधपका खाया जाए, तो क्‍या होता है। न्‍यूट्रिशनिस्‍ट अंजू विश्‍वकर्मा के मुताबिक कच्‍चे फल पेट संबंधी समस्‍याओं का कारण बनते हैं। चूंकि इनमें फाइबर की मात्रा बहुत ज्‍यादा रहती है, इसलिए इन्‍हें कच्‍चा खाने के बजाय जूस के रूप में, बॉइल करके, माइक्रोवव या स्‍टीम करके खाना चाहिए। तो आइए हम यहां आपको बता रहे हैं ऐसे 5 फलों के बारे में, जिन्‍हें भूलकर भी कच्‍चा नहीं खाना चाहिए।

लीची

लीची लगभग सभी की फेवरेट है। लेकिन अगर यह पूरी तरह पकी नहीं है, तो इसे पकाकर खाने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। कई बार बाजार में मिलने वाली लीची और कच्‍ची लीची को प्रिजर्वेटिव की मदद से पकाया जाता है। कच्‍ची लीची में अमीनो एसिड बहुत ज्‍यादा मात्रा में होता है, जो ब्‍लड में ग्‍लूकोज लेवल को कम करता है।

आलू बुखारा

आलू बुखारा आमतौर पर लाल रंग का होता है। लेकिन इसका रंग हरा है, तो मतलब है कि यह कच्‍चा है। हरे आलू बुखारा का स्‍वाद फीका और कड़वा होता है। अधपके आलू बुखारा में फाइबर ज्‍यादा मात्रा में होता है, इसलिए ज्‍यादा खाने से पेट में दर्द की समस्या हो सकती है।

सेब

यूं तो हम सभी को लाल-लाल सेब पसंद होते हें, लेकिन कुछ जगहों पर गर्मियों में लोग कच्‍चे सेब खाते हैं। बता दें कि कच्‍चे और बिना पके सेब में एथलीन गैस बहुत ज्‍यादा होती है। यह पेट में दर्द का कारण बन सकती है।

केला

आमतौर पर हम कच्‍चा केला खा लेते हैं। लेकिन इसे पचाना मुश्किल होता है। इसके अलावा हरे रंग के केले जटिल कार्ब्‍स को पचाने की आपकी क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करते हैं। इसलिए कच्‍चे और हरे रंग के केले खाने की सलाह नहीं दी जाती।

पपीता

पपीता को लो कैलोरी फ्रूट कहा जाता है। यह सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। इसके पके फल को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है, जबकि कच्‍चा पपीता बिगड़ती सेहत के लिए जिम्‍मेदार है। दरअसल, कच्‍चे पपीते में पपेन होता है, जो इसोफेगस को नुकसान पहुंचा सकता है। एक्‍सपर्ट के अनुसार, खासतौर से प्रेग्नेंट महिलाओं को कच्‍चा पपीता खाने से बचना चाहिए।

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