भारत में हर साल 50-70 लाख लोग किडनी में पथरी से पीड़ित हैं।
यूरीन में पाए जाने वाले केमिकल इसकी वजह।
पीठ या पेट के एक हिस्से में दर्द महसूस होना मुख्य लक्षण।
नमक और चीनी का सेवन सीमित करना जरूरी।
राज एक्सप्रेस। किडनी में स्टोन एक गंभीर लेकिन आम समस्या है। भारत में हर साल 50-70 लाख लोग किडनी में पथरी से पीड़ित हैं। यह एक ऐसी बीमारी है, जो कब किसे अपना शिकार बना ले, पता नहीं। जब व्यक्ति पेशाब करने में असमर्थ हो, पीठ के निचले हिस्से या पेट में अचानक दर्द उठे, तब किडनी में स्टोन का पता चलता है। बता दें कि यूरीन में पाए जाने वाले केमिकल के कारण किडनी में स्टोन बनता है। जब किसी केमिकल की वजह से यूरीन गाढ़ा हो जाता है, तो धीरे-धीरे पथरी बनना शुरू हो जाती है। लेकिन व्यक्ति को किसी प्रकार के लक्षण नहीं दिखते। यह एक साइलेंट किलर है। आमतौर पर किडनी स्टोन दवाओं के जरिए बाहर निकल जाता है, जबकि कुछ मामलों में ऑपरेशन कराना पड़ता है। पथरी 30 या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को ज्यादा प्रभावित करती है। उम्र के साथ इसका जोखिम बढ़ता जाता है। हम सबके मन में हमेशा एक सवाल आता है कि फिट इंसान को किडनी स्टोन क्यों हो जाता है। बता दें कि इसका आपके स्वस्थ रहने से कोई लेना देना नहीं है। आपकी रोजाना की कुछ आदतें इसके लिए जिम्मेदार हैं। हालांकि, हमें इसका अहसास नहीं है, लेकिन इनके कारण ही किडनी में धीरे-धीरे स्टोन बनता है। तो चलिए जानते हैं इन आदतों के बारे में।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में 2022 में छपी एक स्टडी के अनुसार, ओबेसिटी और किडनी स्टोन के बीच में गहरा कनेक्शन है। स्टडी कहती है कि ज्यादा बॉडी मास इंडेक्स होने से किडनी में स्टोन होने का खतरा बना रहता है। अगर आप मोटे हैं, तो सबसे पहले वजन कम करना चाहिए। इसके अलावा स्वस्थ आहार और अच्छी मात्रा में पानी पीने से इस समस्या से निजात मिल सकती है।
अगर आप जरूरत से ज्यादा नमक और चीनी खा रहे हें, तो भी आपको किडनी में स्टोन की प्रॉब्लम हो सकती है। दरअसल, ये दोनों ही चीजें किडनी में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाती हैं । इसके अलावा बहुत ज्यादा फ्रुक्टोज खाने से किडनी में पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अपने आहार में पैकेज्ड फूड, पैकेज्ड मीट, फास्ट फूड और मसालों को सीमित करना चाहिए।
अगर लाल मांस, पोल्ट्री, अंडे, डेयरी और समुद्री भोजन आपके खानपान का हिस्सा हैं, तो आपको इससे बचना चाहिए। ये यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
वैसे तो फल और सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। लेकिन कई फलों, सब्जियों और मेवों में पाया जाने वाला ऑक्सलेट, क्रिस्टल बनने का कारण बन सकता है। इसलिए हर किसी के लिए यह जानना जरूरी है कि कौन से खाद्य पदार्थों में ऑक्सलेट की मात्रा कम और ज्यादा है। बता दें कि पालक में ऑक्सालिक एसिड भरपूर मात्रा में होता है। पालक अधिक खाने से कैल्शियम-ऑक्सालेट बनने लगता है, इसलिए पथरी होने पर पालक खाने की मनाही होती है।
जो लोग पर्याप्त पानी नहीं पीते, उन्हें पथरी होती है। यह किडनी में पथरी बनने के सबसे आम कारणों में से एक है। दरअसल, इस समय किडनी में क्रिस्टल को चिपकने से रोकने के लिए पर्याप्त पानी नहीं होता। इसलिए ये किडनी स्टोन का रूप ले लेते हैं। ऐसी स्थितियों को रोकने के लिए ही डॉक्टर्स स्वस्थ रहने पर भी ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं।
किडनी स्टोन में योगदान देने वाले कारकों को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। अगर आपका पारिवारिक इतिहास है, तो किडनी स्टोन होने की ज्यादा संभावना रहेगी। हालांकि, अगर आप इनमें से कोई भी आदत अपना रहे हैं, तो सतर्क ज्यादा रहना जरूरी है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।