चिप्स, आइसक्रीम में ड्रग जैसा नशा।
UPF में फैट, नमक और चीनी की मात्रा ज्यादा होती है।
14 प्रतिशत वयस्कों को यूपीएफ की लत।
बाहर के बजाय घर पर बनाकर खाएं ये चीजें।
राज एक्सप्रेस। अरे भाई, पोटेटो चिप्स और आइसक्रीम भला किसे पसंद नहीं होती। अगर किसी से इन्हें खाने के लिए पूछ लिया जाए, तो शायद ही कोई मना करेगा। आखिर ये चीज ही ऐसी हैं। जितना भी खा लो, मन नहीं भरता। और एक बार जो क्रेविंग शुरू हो गई, कंट्रोल नहीं होती। कई लोगों को तो रोज इन चीजों को खाने की आदत होती है। पानी या खाने की तरह ये दोनों ही चीजें लोगों की लाइफ का हिस्सा बन गई हैं। अगर आप भी इन्हें खाए बिना नहीं रह पाते, तो जान लें कि आपको इनका नशा हो गया है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में सामने आया है कि आलू के चिप्स और आइसक्रीम आपको कोकीन और हेरोइन जैसे नशे की लत लगा रहे हैं। ये दोनों ही चीजें लोगों के जीवन में ड्रग्स का काम कर रही हैं। जानते हैं क्या कहते हैं रिसर्चर्स।
विशेषज्ञों के मुताबिक बाजार में बिकने वाले अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स ने 10 में से 1 से ज्यादा लोगों को नशे की लत लगा दी है। लोगों को निकोटिन, हेरोइन या कोकीन की तरह ही इनकी लत है। 36 अलग-अलग देशों में 281 स्टडीज की जांच की गई। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के अक्टूबर 2023 के नए विश्लेषण के अनुसार, 14 प्रतिशत वयस्क अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के आदी हैं। यह एक गंभीर समस्या है क्योंकि यूपीएफ का होना हमारे आहार में बहुत आम है।
रिसर्चर्स की मानें, तो अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और फैट बहुत ज्यादा होता है। इनका कॉम्बिनेशन माइक्रोन्यूट्रिएंट पर सुपर एडिटिव इफेक्ट डालता है। जिससे इन चीजों की नशे की क्षमता व्यथ्क्त में बढ़ सकती है। हालांकि नेचुरल फूड प्रोडक्ट़स में भी कार्बोहाइड्रेट और फैट होता है, लेकिन इनकी मात्रा ज्यादा नहीं होती। यही वजह है कि आपको घर के बने आलू के चिप्स और आइसक्रीम की लत कभी नहीं लगती।
प्रोसेस्ड फूड को छोड़ना 1960 के दशक में धूम्रपान छोड़ने की कोशिश करने जैसा है। लेकिन कुछ आदतों को अपनाकर इनसे दूरी बनाए जा सकती है।
आलू के चिप्स और आइसक्रीम खाने की तलब आपको किस स्थिति में और कब होती है, यह जानने की कोशिश करें। इससे आप अपनी आदत के प्रति जागरूक रहें और इसी तरह इन्हें कंट्रोल करने में भी आसानी होगी।
जैसा कि यहां बताया है कि ये दोनों ही खाद्य पदार्थों किसी नशे की तरह है। इसलिए एकदम से इनसे दूरी नहीं बनाई जा सकती। लेकिन आप धीरे-धीरे इनका सेवन कम कर सकते हैं।
जब भी आपको पोटेटो चिप्स और आइसक्रीम खाने की तलब हो, तो सब्जियां, दही , फल और नट्स का सेवन करें। लगातार ऐसा करने से आपकी आदत में सुधार होगा।
भोजन की तरह इन दोनों चीजों के लिए भी पोर्शन कंट्रोल का नियम लागू होता है। अगर आप इन पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं, तो कम से कम इन्हें सीमित मात्रा में खाने की कोशिश करें।
अगर आप इनसे परहेज करना चाहते हैं, तो बाहर के बजाय इन्हें घर पर बनाकर खाएं। गूगल के जमाने में घर पर कुछ भी बनाना मुश्किल नहीं है। रेसिपी देखें और घर में जी भर के आलू चिप्स और आइसक्रीम खाएं।
आमतौर पर लोग तनाव में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन ज्यादा करते हैं। इनमें चीनी और फैट दोनों की मात्रा जरूरत से ज्यादा होती है और ये क्रेविंग को बढ़ाने का काम करते हैं। इसलिए तनाव को कम करें, ताकि आपको इन्हें खाने की इच्छा भी ना हो।
क्रेविंग से छुटकारा पाने के लिए आपको खुद को थोड़ा ट्रेंड करना होगा। ऐसा करते हुए समय के साथ इन चीजों को ,खाने की इच्छा कम हो जाएगी। विशेषज्ञ के अनुसार, लालसा केवल 10 मिनट ही रहती है। इस दौरान खुद को जितना कंट्रोल कर सकें, कर लें।
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