महिलाओं की तुलना में पुरुषों को हाइपरटेंशन ज्यादा होता है।
हृदय रोग का खतरा बढ़ाता है हाइपरटेंशन।
नमक का सेवन कम करें।
हाई बीपी में फायदेमंद है डैश डाइट।
राज एक्सप्रेस। WHO की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित आधे लोग भी अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखते हैं, तो 2040 तक भारत में 4.6 मिलियन मौतों को रोका जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 188.3 मिलियन लोग इस स्थिति के साथ जी रहे हैं, लेकिन इनमें से केवल 37% ही अपनी स्थिति के बारे में जागरूक हैं। रिसर्च के अनुसार, पुरुष अगर युवावस्था में ही हाइपरटेंशन पर ध्यान नहीं देते, तो यह आगे चलकर हृदय संबंधी बीमारियों का रूप ले सकता है। इसलिए पुरुषों को हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के तरीके युवावस्था में ही तलाश लेने चाहिए। यहां बताया गया है कि पुरुष हाईपरटेंशन से बचने के लिए क्या कर सकते हैं।
कई रिसर्च बताती हैं कि पुरुषों में महिलाओं की तुलना में हाइपरटेंशन का खतरा विकसित होने की संभावना ज्यादा रहती है। मेडिकल जर्नल हाइपरटेंशन में पब्लिश हुई एक स्टडी से पता चलता है कि 18 से 39 वर्ष की आयु के पुरुष न तो ब्लड प्रेशर के बारे में जागरूक हैं और न ही इसका उपचार कराते हैं। बता दें कि ब्लड प्रेशर कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह हार्ट डिजीज के लिए बहुत बड़ा रिस्क फैक्टर है।
हर पुरुष को साल में एक बार तो ब्लड प्रेशर की जांच करवानी ही चाहिए। भले ही आपको कोई स्वास्थ्य समस्या न हो।
बहुत कम संख्या में युवा पुरुषों में वयस्कता की शुरुआत में ही हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं। यह अनुवांशिक हो सकता है। इसके अलावा यंग एज में स्लीप एपनिया, किडनी की समस्या, मोटापा, एक्सरसाइज न करना, डायबिटीज, स्ट्रेस और धूम्रपान के साथ शराब का भी सेवन करना पुरुषों में हाई बीपी का मुख्य कारण हैं।
दवा के बिना ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने का पहला कदम जीवनशैली में बदलाव के साथ शुरू होता है। यहां हाइपरटेंशन से बचने के उपाय दिए गए हैं।
स्वीकारें कि आपको हाइपरटेंशन की प्रॉब्लम है।
सोने के समय और तरीके पर ध्यान दें।
बीपी लेवल चेक करते रहें।
रोजाना नमक का सेवन कम करें।
तले हुए भोजन से परहेज करें।
लाल मांस का सेवन कम से कम करें।
ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां खाएं।
नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
धूम्रपान छोड़ें और वजन कम करें।
कभी-कभी ब्लड प्रेशर बिना किसी वजह के भी फ्लकचुएट हो जाता है। ऐसा डायबिटीज या अचानक से वजन बढ़ने के कारण हो सकता है।
हाइपरटेंशन में आपका आहार बहुत मायने रखता है। ऐसे में DASH डाइट को हाइपरटेंशन का बेहतरीन इलाज माना जाता है। इसका उद्देश्य सोडियम, चीनी और नमक के सेवन को कम करना और डाइट में पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों को शामिल करना है। इससे आपका ब्ल्ड प्रेशर कम होता है।
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