दुनिया का सबसे अच्छा शहद मनुका शहद।
सर्दियों में कफ और खांसी में फायदेमंद है।
खरीदने से पहले यूएनएफ लेबल की जांच करें।
दलिया या दही के साथ खाने से मिलता है फायदा।
राज एक्सप्रेस। शहद के बारे में तो हम सभी जानते हैं। स्वाद में मीठा शहद स्वास्थ्य से जुड़ी कई बीमारियों से हमें बचा सकता है। कई समस्याओं में तो ये दवा के रूप में भी काम करता है। इसमें वो सभी पोषक तत्व हैं , जो मानव शरीर के लिए जरूरी हैं। सुंदरता में निखार लाने से लेकर वेटलॉस तक यह एक प्राकृतिक और सरल नुस्खा है। लेकिन क्या आप मनुका शहद के बारे में जानते हैं। कहने को यह भी एक तरह का शहद होता है, मगर इसके फायदे आम शहद से बहुत ज्यादा हैं। इसमें रोग को ठीक करने से लेकर घाव भरने तक कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। वेल्स यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर रोज की मानें, तो ये दुनिया का सबसे अच्छा और फायदेमंद शहद है। मधुक्खियां मनुका पेड़ के पराग से शहद को इकट्ठा करती हैं। आम शहद की तुलना में यह काफी पतला होता है और स्वादिष्ट भी। तो आइए जानते हैं मनुका शहद से मिलने वाले हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में।
आपको जानकर हैरत होगी , लेकिन ठंड के दिनों में मनुका शहद से कफ की समस्या बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। यह न केवल गले की खराश को कम करता है बल्कि खांसी में भी फायदेमंद है। 2008 मे हुई एक रिसर्च में सामने आया है कि इसमें एमजीओ नाम का तत्व है, जो बैक्टीरिया से लड़ने में बहुत मदद करता है। इसके सेवन से सर्दी और खांसी जैसी कॉमन प्रॉब्लम में भी बहुत जल्दी आराम मिलता है।
मनुका शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, इसलिए ये थोड़ा महंगा भी होता है। इसके अलावा इसमें कॉपर, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन बी, अमीनो एसिड कई बीमारियों के खिलाफ इसे प्रभावी बनाते हैं। बैक्टीरिया को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल दवा के रूप में ज्यादा होता है। इसमें चिपचिपाहट होती है, इसलिए मोटी परत के कारण घुले घाव पर इंफेक्शन बहुत जल्दी नहीं फैल पाता।
घाव भरने के अलावा मनुका शहद को ओरल हेल्थ का बेहतरीन उपचार माना गया है। कई स्टडीज में साबित हो चुका है कि शहद के सेवन से व्यक्ति ओरल हेल्थ को बेहतर बना सकता है। यह प्लाक, मसूड़ों की सूजन, पेरियोडोंटाइटिस और मुंह के अल्सर को रोकने में कारगर है।
मनुका शहद आम शहद की तरह की नेचुरल स्वीटनर है । कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत होने के नाते यह शरीर को ऊर्जा देता है।
मनुका शहद के सभी फायदों का लाभ रोजाना आधा चम्मच शहद से मिल जाता है। इसका सेवन चाय या गर्म पानी के साथ मिलाकर कर सकते हैं। अगर आप इसे अपने संतुलित आहार का हिस्सा बनाना चाहते हैं, तो इसे दलिया या दही के ऊपर डालकर खाएं। सर्दी के दिनों में गले की खराश और खांसी से छुटकारा पाने का यह बहुत अच्छा तरीका है।
अति हर चीज की बुरी होती है। आयुर्वेद के अनुसार, मनुका शहद का सेवन जरूरत से ज्यादा नहीं करना चाहिए। भले ही यह एक नेचुरल स्वीटनर है, लेकिन ज्यादा मात्रा में सेवन से शुगर लेवल बढ़ सकता है, जो डायबिटीज वालों के लिए नुकसानदायक है। इतना ही नहीं इसे ज्यादा खाने से वजन भी बढ़ सकता है।
मनुका हनी खरीदने से पहले UMF ("Unique Manuka Factor) लेबल की जांच करें।
यूएमएफ का 10-15 स्तर उपयोग के लिए अच्छा माना जा सकता है।
खरीदने से पहले चेक करें कि ये कहां का मैन्युफैक्चरिंग है। अगर इसे न्यूजीलैंड या ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में बनाया गया है, तो गारंटी है कि ये शुद्ध होगा।
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