तनाव व चिंता के कारण होता है सिर में दर्द।
ज्यादा स्क्रीम टाइम के कारण माथे में होता है दर्द।
ज्यादा तनाव सिर के पीछे हिस्से में दर्द बढ़ाता है।
सिरदर्द से राहत के लिए आराम करें और दवा लें।
राज एक्सप्रेस। बिजी शेड्यूल में कई बार अचानक से सिरदर्द होने लगता है। इसकी कई वजह हैं जैसे तनाव होना, मौसम में बदलाव होना, साउंड स्लीप लेना, पानी नहीं पीना। कारण कुछ भी हो, लेकिन इसे ठीक करना बेहद जरूरी होता है। इसलिए हम तुरंत पेन किलर ले लेते हैं। लेकिन क्या आप को यकीन है कि आपको सिर में ही दर्द है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि सिरदर्द कई तरह का होता है और यह सिर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। अफसोस की बात तो यह है कि लोग इसके बारे में नहीं जानते और हर तरह के सिरदर्द के लिए एक इलाज ही अपनाते हैं। अगर आपको भी सिर में दर्द रहता है, तो यहां रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट निकिता गुप्ता सिरदर्द की अलग-अलग स्थितियों के बारे में बता रही हैं। साथ ही आप यहां हर प्रकार के सिर दर्द का कारण और इसे कम करने का प्रभावी तरीका भी जान सकते हैं।
माथे में होने वाला दर्द भी फोरहेड हैडेक कहलाता है। माथे में दर्द अक्सर तनाव, गुस्सा, खराब पॉश्चर, ज्यादा स्क्रीन टाइम, गर्दन में मस्कुस्केलेटल प्रॉब्लम, आंखों पर जोर पड़ने के कारण होता है।
पेरासिटामोल, मसाज, हॉट बाथ, नियमित रूप से काम के बीच ब्रेक लेना और दर्द होने पर नमक का पानी पीना माथे के दर्द का बेहतरीन उपचार है।
माथे के दाहिने तरफ होने वाला दर्द भी सिर दर्द का एक प्रकार है। सिर के दाहिने हिस्से में दर्द तनाव, नींद की कमी और कैफीन का ज्यादा सेवन करने से होता है।
पेरासिटामोल लें, झपकी न लें, एक ही समय पर नींद लें, रिलेक्स करें और अपना रूटीन बदलकर देखें।
कभी-कभी सिर के पिछले हिस्से में भी दर्द हो सकता है। ये दर्द अक्सर तब होता है, जब आप बहुत ज्यादा तनाव में हों। इसमें व्यक्ति ऐसा महसूस कर सकता है कि सिर एकदम से फट रहा हो।
एक्सपर्ट के अनुसार, कोल्ड पैक या मास्क का यूज करने, अंधेरे व शांत कमरे में रहने से इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है। इसके अलावा एक्यूपंक्चर या गर्दन की एक्सरसाइज करके भी सिर के पीछे के दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
अगर चेहरे पर बहुत ज्यादा दबाव महसूस हो रहा हो, तो इसे साइनस हेडेक कहते हैं।
एक्सरसाइज करने और दवा से यह दर्द ठीक हो जाता है।
कुछ लोगों के सिर के केवल एक हिस्से में ही दर्द होता है। आमतौर पर यह दाहिना हिस्सा होता है। सिर के एक तरफ दर्द की वजह है माइग्रेन। इसे माइग्रेन पेन भी कहते हैं।
आइबूप्रोफेन, ऑक्सीजन थैरेपी और बोटॉक्स की मदद से माइग्रेन में बहुत आराम मिलता है।
इसे क्लस्टर पेन भी कहते हैं। यह गंभीर जलन और चुभन वाला दर्द होता है। यह दर्द आमतौर पर सिर के एक तरफ और आंख के आसपास होता है। इस तरह का दर्द साल के किसी एक ही समय पर महसूस होता है और बिना किसी वॉर्निंग के जिस तरह से शुरू होता है, अपने आप बंद भी हो जाता है।
अगर आपके सिर में इस तरह का दर्द है, तो इसका इलाज सुमैट्रिप्टन से किया जा सकता है। लेकिन ये दवा डॉक्टर द्वारा लिखे जाने पर ही दी जाती है।
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