सहूलियत के लिए लोग लैपटॉप को पेट पर रखकर काम करते हैं।
लैपटॉप गर्मी पैदा करता है।
गर्मी के संपर्क में रहने से भ्रूण को होता है नुकसान।
लैपटॉप को जांघ या डेस्क पर रखें।
राज एक्सप्रेस। टेक्नोलॉजी ने हमारी लाइफ को काफी आसान बना दिया है। इसकी मदद से मुश्किल से मुश्किल काम मिनटों में पूरे हो जाते हैं। मोबाइल और लैपटॉप की बदौलत पूरी दुनिया की जानकारी उंगली पर आ गई है। ये गैजेट्स जितने फायदेमंद हैं, उतने इसके नुकसान भी हैं। खासतौर से गर्भवती महिलाओं के मन में सवाल आता है कि क्या लैपटॉप को पेट पर रखकर काम किया जा सकता है। अक्सर महिलाएं लेटकर पेट पर लैपटॉप रखकर काम करती हैं। इससे उन्हें कंफर्टेबल फील होता है। पर क्या गर्भवती महिला के लिए यह ठीक है। अगर आपके मन में भी यह सवाल है, तो जानते हैं क्या है एक्सपर्ट की राय।
गायनाकोलॉजिस्ट डॉ.सीमा गुप्ता बताती हैं कि गर्भवती होने के दौरान कंप्यूटर का यूज करना सेफ है, लेकिन आप इसे किस स्थिति में रखते हैं, यह मायने रखता है। अगर आप लैपटॉप का उपयोग करती हैं, तो इसे अपने प्रेग्नेंट बैली बजाय अपनी जांघों या डेस्क पर रखना सबसे अच्छा है। ऐसा इसलिए क्योंकि लैपटॉप अच्छी मात्रा में गर्मी रिलीज करता है। गर्भावस्था में शरीर का ज़्यादा गरम होना एक चिंता का विषय है, क्योंकि इससे न्यूरल ट्यूब बर्थ डिफेक्ट का रिस्क रहता है। हालांकि, कभी-कभार ऐसा करने से बच्चे को कोई नुकसान नहीं होगा।
गर्भावस्था में कंप्यूटर का यूज करना गलत नहीं है, लेकिन इसके सामने घंटों बैठना हानिकारक हो सकता है। हार्मोन लेवल और पॉश्चर में बदलाव से पीठ, गर्दन और कंधे में दर्द हो सकता है। लैपटॉप द्वारा निकलने वाली इएमएफ के लंबे समय तक संपर्क में रहने से रिस्क बढ़ सकता है। आपके और आपके बच्चे दोनों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देना जरूरी है और लैपटॉप के उपयोग के संबंध में सावधानी बरतना एक सही विकल्प है।
जब भी संभव हो, अपने लैपटॉप को सीधे अपनी गोद या पेट पर रखने के बजाय किसी टेबल या डेस्क पर रखें। इससे ईएमएफ सोर्स और आपके बच्चे के बीच संपर्क कम हो जाता है।
ईएमएफ एमिशन को रोकने या कम करने के लिए खासतौर से डिजाइन किए गए लैपटॉप पैड या शील्ड का उपयोग करने पर विचार करें। ये प्रोडक्ट लैपटॉप और आपके शरीर के बीच डिस्टेंस मेनटेन करने में मदद करते हैं।
अगर आप अपनी गोद में लैपटॉप का उपयोग करते हैं, तो एक्सपोजर का समय सीमित करने का प्रयास करें। रेगुलर ब्रेक लें और अपने शरीर को रिलेक्स करें।
जब भी संभव हो, वाई-फाई पर निर्भर रहने के बजाय वायर्ड कनेक्शन का यूज करके इंटरनेट से कनेक्ट करें। इससे ईएमएफ के प्रति आपका रिस्क काफी कम हो सकता है।
कंप्यूटर या लैपटॉप का उपयोग करने से आपके बच्चे को कोई खतरा नहीं है। लेकिन सीधेतौर पर लैपटॉप को पेट पर रखकर काम करना बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए लैपटॉप का उपयोग करते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
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