पिछले 30 सालों में 50 से कम उम्र वालों में बढ़े हैं कैंसर के मामले।
युवा महिलाओं में शुरुआती ब्रेस्ट कैंसर के मामले चिंताजनक।
महिलाओं को लाइफस्टाइल में करना होगा बदलाव।
स्तनपान कराने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा होगा कम।
राज एक्सप्रेस। कैंसर एक खतरनाक और लाइलाज बीमारी है। आज की तारीख में भी इससे बचने का कोई निश्चित तरीका नहीं है। दुनियाभर में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में निश्चित इलाज न मिलने से मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। हाल ही में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (ऑन्कोलॉजी) की एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। स्टडी में पाया गया है कि पिछले 30 सालों में 50 वर्ष से कम आयु के लोगों में कैंसर का खतरा बढ़ा है। रिसर्चर्स के अनुसार, 2019 में 50 से कम आयु वर्ग में स्तन कैंसर के शुरुआती मामलों की संख्या सबसे ज्यादा थी। अमेरिकन कैंसर सोसायटी का अनुमान है कि 2023 में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लगभग 297,790 नए मामलों का निदान किया जाएगा। ऐसे में सवाल यह है कि कम उम्र में महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से कैसे बच सकती हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए किस तरह की लाइफस्टाइल फॉलो करनी चाहिए।
रिसर्च में सामने आया है कि शराब भी ब्रेस्ट कैंसर में वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं। अगर आप महिला हैं और शराब का सेवन करती हैं, तो अपनी ये आदत बदल लें। आपन जितनी शराब लेंगी, ब्रेस्ट कैंसर का खतरा उतना ज्यादा बढ़ता जाएगा। अगर आप चाहकर भी शराब छोड़ नहीं सकतीं, तो कम से कम एक ड्रिंक तक ही सीमित करें।
अगर आपका वेट बहुत ज्यादा नहीं है, तो इसे बनाए रखने की कोशिश करें। वजन कम करने की स्थिति में हर दिन खाने वाली कैलोरी की संख्या कम करें और डेली वर्कआउट की आदत डालें।
स्वस्थ शरीर के लिए फिजिकली एक्टिव रहने की सलाह दी जाती है। इससे न केवल वजन नियंत्रित रहता है, बल्कि, स्तन कैंसर को रोकने में भी मदद मिलती है। वयस्कों को सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मीडियम एरोबिक एक्टिविटी या 75 मिनट जोरदार एरोबिक करने का टारगेट रखना चाहिए।
कई रिसर्च बताती हैं कि स्तनपान ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में अहम भूमिका निभा सकता है। आप जितनी देर तक स्तनपान कराएंगी, आप उतनी सुरक्षित रहेंगी। दरअसल, स्तनपान में कई तंत्र होते हैं, जो स्तन कैंसर के खतरे को कम कर देते हैं। इसके अलावा स्तनपान से स्तन के ऊतकों में बदलाव होता है, जिससे कैंसर की संभावना कम हो जाती हैं। वहीं ब्रेस्ट फीडिंग कराने से महिला के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है। बता दें कि एस्ट्रोजन ब्रेस्ट टिश्यू के विकास को बढ़ावा देता है।
जो महिलाएं एक्स्ट्रा-वर्जिन जैतून के तेल और नट्स के साथ मेडिटेरेनियन डाइट लेती हैं, उनमें स्तन कैंसर होने की संभावना कम बनती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, मेडिटेरेनियन डाइट में प्लांट बेस्ड फूड्स जैसे फल और सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां और नट्स शामिल होते हैं। जो हर लिहाज से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।
यहां बताए गए तरीकों से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है। लेकिन फिर भी अगर आप 50 से कम उम्र की हैं, तो स्तन कैंसर के प्रति सतर्क रहें। आप अपने स्तनों में कोई बदलाव देखती हैं, तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें। इसके अलावा, अपने डॉक्टर से पूछें कि मैमोग्राम और अन्य जांचें कब करानी चाहिए।
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