कहीं आप भी तो नहीं करते प्रोटीन से जुड़ी इन अफवाहों पर यकीन Raj Express
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कहीं आप भी तो नहीं करते प्रोटीन से जुड़ी इन अफवाहों पर यकीन, एक्‍सपर्ट से जानिए क्‍या है सच्‍चाई

सप्लीमेंट सिर्फ जिम जाने वाले लोगों के लिए नहीं है। यह उन सभी के लिए है जिन्हें यह महत्वपूर्ण पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है। यहां प्रोटीन को लेकर कुछ मिथक और तथ्‍य बताए गए हैं।

Deepti Gupta

राज एक्सप्रेस। हम सभी जानते हैं कि प्रोटीन हमारे शरीर के लिए कितना जरूरी है। अगर हम इसे अपनी डाइट में शामिल न करें, तो बढ़ती उम्र में यह शरीर को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। बता दें कि इसका नाम ग्रीक शब्‍द “प्रोटोस” से लिया गया है। जिसका मतलब है सबसे जरूरी। वास्‍तव में प्रोटीन मानव शरीर का एक अनिवार्य हिस्‍सा है, जो मांसपेशियों, त्वचा, बाल, हड्डियों और लगभग शरीर के हर अंग को स्‍वास्‍थ्‍य रखने में मदद करता है। इतना ही नहीं प्रोटीन मांसपेशियों के विकास, हड्डियों के स्‍वास्‍थ्‍य, टिशू रिपेयर, ब्‍लड ऑक्सीजनेशन और सेल्‍स के भीतर होने वाली बुनियादी गतिविधियों के लिए बहुत जरूरी है। हालांकि, फिटनेस के क्षेत्र में लोगों को प्रोटीन सप्‍लीमेंट को लेकर कई गलतफहमियां हैं। जो उनकी सेहत पर बुरा असर डाल रही हैं। यहां भोपाल के निवा फिटनेस के फाउंडर एंड फिटनेस एक्सपर्ट रोशन शर्मा प्रोटीन से जुड़ी गलत धारणाएं और इनकी सच्‍चाई बता रहे हैं।

मिथक-1: प्रोटीन सप्‍लीमेंट केवल बॉडी बिल्डर्स के लिए हैं

तथ्य : प्रोटीन सप्लीमेंट एथलीटों और बॉडीबिल्डरों के बीच पॉपुलर है, लेकिन ये हर किसी के लिए जरूरी है। फिर चाहे उनकी फिजिकल एक्टिविटी का लेवल कुछ भी हो। यह मांसपेशियों के रखरखाव, टिशू रिपेयरमेंट और समग्र स्‍वास्‍थ्‍य को स्‍वस्‍थ बनाने में मददगार है। डॉक्‍टर खुद भी विटामिन की कमी वाले लोगों को प्रोटीन लेने की सलाह देते हैं।

मिथक-2 : प्रोटीन सप्लीमेंट किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं

तथ्य : प्रोटीन सप्‍लीमेंट को लेकर यह लोगों में बहुत बड़ा मिथक है । स्वस्थ व्यक्ति अगर प्रोटीन ले रहा है, तो इससे उसकी किडनी पर कोई नकारात्‍मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। हां, लेकिन इसे खरीदने से पहले चैक जरूर कर लेना चाहिए कि प्रोडक्‍ट नकली तो नहीं है।

मिथक-3 : प्रोटीन सप्‍लीमेंट होलफूड का रिप्‍लेसमेंट है

तथ्य : प्रोटीन सप्लीमेंट प्रोटीन लेने का एक तरीका हो सकता है, लेकिन ये पोषक तत्व से भरपूर खाद्य पदार्थों का रिप्‍लेसमेंट बिल्‍कुल भी नहीं है। ये सभी खाद्य पदार्थ विटामिन, मिनरल, फाइबर से भरपूर हैं और स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत जरूरी हैं। प्रोटीन सप्‍लीमेंट को बैलेंस डाइट के साथ जोड़कर देख सकते हैं। ये तरीका उन लोगों के लिए अच्‍छा है, जो नियमित भोजन के माध्यम से अपनी प्रोटीन आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।

मिथक-4 : नॉन-वेज से प्रोटीन की जरूरत पूरी हो सकती है

तथ्य : यह सही है कि नॉन वेज प्रोटीन का बेहतरीन स्‍त्रोत हैं। लेकिन वेजिटेरियन फूड की मदद से भी आप प्रोटीन की कमी को पूरा कर सकते हैं। दाल, नट्स, बीज, बीन्‍स और कई डेयरी प्रोडक्ट्स में प्रोटीन बहुत अच्‍छी मात्रा में पाया जाता है।

मिथक-5 : हाई प्रोटीन डाइट वजन घटाने में मदद करती है

तथ्य : प्रोटीन सप्‍लीमेंट कोई वजन घटाने का उपकरण नहीं है। यदि आप बहुत सारा प्रोटीन खाते हैं और वर्कआउट बिल्‍कुल नहीं करते, तो इससे आपका वजन घटेगा नहीं बल्कि बढ़ जाएगा।

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