दिमाग ही नहीं शरीर भी खराब करती है ओवरथिंकिंग Raj Express
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दिमाग ही नहीं शरीर भी खराब करती है ओवरथिंकिंग, इससे कैसे बचें

जरूरत से ज्‍यादा सोचना मानसिक ही नहीं बल्कि शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी अच्‍छा नहीं है। दरअसल, बहुत ज्‍यादा सोचने से न केवल आपका दिमाग खराब होता है, बल्कि कुछ तरह की समस्याएं भी पैदा हो जाती है।

Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • ओवरथिंकिंग फिजिकल हेल्थ करती है खराब।

  • ज्‍यादा सोचने से होता है बैक पेन।

  • दिमाग पर जोर देने से बढ़ता है बीपी।

  • अपनी समस्‍याओं को शेयर करना सीखें।

राज एक्सप्रेस। आपके साथ ऐसा होता होगा, जब आप एक ही बात को अलग-अलग तरह से बार-बार सोचते रहते हैं। अगर ऐसा है, तो आप ओवरथिंकिंग से जूझ रहे हैं। सोचना अच्‍छी बात है, इससे दिमाग की एक्‍सरसाइज होती है। लेकिन जरूरत से ज्‍यादा सोचना आपकी मेंटल हेल्‍थ के साथ फिजिकल हेल्‍थ को भी खतरे में डाल सकता है। दरअसल, ज्‍यादा सोचने से दिमाग पर एक्‍स्‍ट्रा प्रेशर पड़ता है और शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन की वृद्धि होती है, जिसका सीधा और हमारी हेल्थ पर पड़ता है। इंस्टाग्राम पर साइकोलॉजिस्ट डॉ. नेहा मेहता ने एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें उन्‍होंने कुछ ऐसी स्‍वास्‍थ्‍य समस्याओं के बारे में बताया है , जो ज्यादा सोचने से होती हैं। डॉ. मेहता के अनुसार, ओवरथिंकिंग से इन 5 स्वास्थ्य समस्‍या का जन्‍म होता है।

ज्‍यादा सोचेंगे, तो होगा बैक पेन

अगर आपको कमर या पीठ में अक्‍सर ही दर्द रहता है, तो इसका मतलब है कि आपको फाइनेंशियल सपोर्ट की कमी है। आपको ऐसा लगता है कि रोज उठकर मुझे ही काम करना पड़ेगा, वरना कोई मेरा काम करने नहीं आएगा। अगर आप अक्‍सर ही ऐसा सोचते रहते हैं, तो आपको बैक पेन की प्रॉब्‍लम हो सकती है।

ओवरथिंकिंग बढ़ा देगी बीपी

ज्‍यादा सोचने से मन की शांति खत्‍म होती है और दिमाग इनेक्टिव हो जाता है। इससे तनाव बढ़ता है और फिर बीपी। यह स्थिति स्‍ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा भी पैदा कर सकती है। साथ ही ये आपको हाइपरटेंशन का मरीज भी बना देती है। अगर आपका ब्‍लड प्रेशर लगातार बढ़ता है, तो समझ लीजिए कि कुछ ऐसा है, जिसे आप क्‍लीयर नहीं कर पा रहे हैं। अगर आपने इसे जल्‍दी सॉल्‍व नहीं किया, तो निश्चित रूप से आपका बीपी बढ़ेगा।

दिमाग पर एक्‍स्‍ट्रा प्रेशर यानी एसिडिटी

आमतौर पर अनियमित खाने का पैटर्न एसिडिटी का कारण होता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि इसका दूसरा कारण भी है, वो है ज्‍यादा सोचना। ज्यादा सोचने से आपका दिमाग बिजी रहता है और तनाव को बढ़ाता है। तनाव पेट में एसिड की मात्रा बढ़ा देते हैं, जिससे एसिडिटी होने लगती है।

ओवरथिंकिंग से होता है थायराइड

ज्‍सादा सोचने से थायरॉइड हो सकता है। जो लोग ऐसा सोचते रहते हैं कि लाइफ उनके हिसाब से नहीं चल रही। वो जो डिजर्व करते हैं, उन्‍हें मिल नहीं रहा। ऐसे लोगों में थायराइड की संभावना बढ़ जाती है।

ओवरथिंकिंग से बढ़ेगी डायबिटीज

ओवरथिंकिंग आपको डायबिटीज का मरीज बना सकती है। यह वास्तव में बहुत खतरनाक बीमारी है, जिसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। आपको डायबिटीज है, तो समझ लीजिए कि लाइफ के किसी कोने में वो खुशी और मिठास नहीं मिल रही, जो आप चाहते हैं।

ओवरथिंकिंग से कैसे बचें

  • अगर आपको लगता है कि आप ओवर थिंकिंग के जाल में फंसते जा रहे हैं, तो ध्‍यान भटकाएं। ऐसे विचारों से दूर रहें और किसी हॉबीज में शामिल हो जाएं।

  • म्यूजिक सुनें। अच्‍छा म्‍यूजिक आपके दिमाग से नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद करता है।

  • अगर ऐसा कुछ है, जिसे आप किसी के साथ शेयर करना चाहते हैं, तो जरूर करें।

  • अगर आप अपने किसी बीते कल के बारे में सोच रहे हैं, तो इसे भूलकर आगे बढ़ें।

  • ब्रीदिंग एक्सरसाइज ओवरथिंकिंग से बचने का बेहतर विकल्‍प है।

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