हर साल, अमेरिका में 100,000 से ज्यादा ट्रम्पोलिन इंज्यूरी होती हैं।
90 प्रतिशत चोट 5-14 वर्ष तक के बच्चों को लगती है।
एक समय में केवल एक ही व्यक्ति को कूदने की अनुमति दें।
6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को ट्रैम्पोलिन का उपयोग न करने दें।
राज एक्सप्रेस। क्या आपके बच्चों को भी ट्रैंपोलिन पर जंप करने का शौक है। अगर हां, तो बच्चों को यहां ले जाते वक्त सावधान रहना चाहिए। जर्नल इंजूरी प्रिवेंशन में पब्लिश एक स्टडी के अनुसार, जो बच्चे ट्रैम्पोलिन में कूदते हैं, उन्हें गंभीर चोट लगने की संभावना ज्यादा होती है। यह सच है कि पिछले कुछ सालों में ट्रम्पोलिन जंपिंग की एक एंटरटेनमेंट एक्टिविटी के रूप में पॉपुलैरिटी काफी बढ़ी है। ट्रैम्पोलिन ज्यादातर आउटडोर प्लेग्राउंड, जंप पार्क और फिजिकल एजुकेशन क्लासेस में देखे जाते हैं। भले ही यह बच्चों के लिए एक मजेदार एक्टिविटी हो, लेकिन खतरे से खाली नहीं है। पीडियाट्रिशियन डॉ. संतोष यादव बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में ट्रैम्पोलिन से संबंधित चोटों की संख्या बहुत बढ़ी है। हर साल, अमेरिका में 100,000 से ज्यादा ट्रम्पोलिन इंज्यूरी होती हैं। जिनमें से 500 लोग परमानेंट न्यूरोलॉजिकल डैमेज के शिकार होते हैं। U.S. Consumer Product Safety Commission, के अनुसार, 2018 में 300,000 से ज्यादा लोगों को ट्रैम्पोलिन इंज्यूरी हुई थी। तो आइए जानते है ट्रैंपोलिन इंज्यूरी के कारण और बचाव के उपाय।
कमीशन के अनुसार, ज्यादातर ट्रैम्पोलिन इंजूरी होम ट्रैम्पोलिन पर होती हैं। जंप पार्क में लगने वाली चोटें गंभीर होती हैं। 90 प्रतिशत चोट 5 -14 वर्ष तक के बच्चों को लगती है। आप अगर कभी ध्यान दें तो तीन-चौथाई से ज्यादा ट्रैम्पोलिन इंजूरी तब होती हैं, जब दो या दो से ज्यादा बच्चे एक ही समय में कूद रहे होते हैं और आपस में टकरा जाते हैं। इसके अन्य कारण हैं-
ट्रैम्पोलिन मैट, फ्रेम, या स्प्रिंग्स पर गिरना।
जोखिम भरे स्टंट का प्रयास करना, जो ग़लत हो जाता है।
ट्रैम्पोलिन से जमीन या किसी अन्य कठोर सतह पर गिरना।
क्लीवलैंड क्लिनिक बच्चाें को ट्रैंपोलिन पर खेलने की सलाह नहीं देता है। लेकिन फिर भी चोट के जोखिम को कम करने के लिए यहां कुछ टिप्स बताए गए हैं।
एक समय में केवल एक ही व्यक्ति को कूदने की अनुमति दें।
ट्रैम्पोलिन के बाहर चारों तरफ एक सेफ्टी नेट बनाएं।
ट्रैम्पोलिन को समतल ज़मीन पर रखा जाना चाहिए।
किसी को भी इस पर स्टंट करने की परमिशन न दें।
बच्चों को ट्रैंपोलिन पर तभी जानें की परमिशन दी जानी चाहिए, जब कोई बड़ा उसके साथ हो।
ज्यादातर ट्रैम्पोलिन इंजूरी में हाथ और पैर में मोच या फ्रैक्चर हो जाता है। कई बार गलत तरीके से उतरने से सिर और गर्दन में चोट लग जाती है, जो खतरनाक है। ऐसे मामलों में कभी-कभी मौत भी हो सकती है।
ट्रैम्पोलिन इंज्यूरीज की संख्या और गंभीरता को कम करने में मदद के लिए, अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑर्थोपेडिक सर्जन ने कुछ गाइडलाइन तय की हैं-
अपना ट्रैम्पोलिन बनाए रखें।
कूदने से पहले, देख लें कि ट्रैम्पोलिन की सपोर्टिंग पट्टियां , स्प्रिंग्स और आसपास की लैंडिंग सरफेस सेफ्टी पैडिंग से कवर हों।
टूट-फूट और ख़राबी के लिए उपकरणों की नियमित रूप से जांच करें।
ट्रैंपोलिन के पास हमेशा एक सुपरवाइजर जरूर होना चाहिए, जो आपको इसके नियम और सुरक्षा उपायों के बारे में बताता रहे।
6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को ट्रैम्पोलिन का उपयोग न करने दें।
ट्रैम्पोलिन पर एक समय में केवल एक ही व्यक्ति को अनुमति दें।
चोटों को रोकने के लिए केवल सेफ्टी मैट के घेरे पर निर्भर न रहें, क्योंकि ज्यादातर इंज्यूरीज ट्रैम्पोलिन मैट पर होती हैं।
ध्यान दें कि जब पार्टिसिपेट कूद रहे हों, तो स्पॉटर्स मौजूद होने चाहिए।
ट्रैम्पोलिन को हमेशा ग्राउंड लेवल पर रखें। ऊंची सतह से गिरने पर चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
छोटे बच्चों को बिना सुपरवाइजर के चढ़ने और कूदने से रोकने के लिए उपयोग के बाद ट्रैम्पोलिन की सीढ़ी हटा देना ही सही तरीका है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।