आई फ्लू खतरनाक बीमारी नहीं हैं।
आई फ्लू एक संक्रामक बीमारी है।
दिल्ली, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित देश के कई हिस्सों में आई फ्लू तेजी से फैल रहा है।
राज एक्सप्रेस। इस समय देश के कई इलाके भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बारिश के चलते वातावरण में आई नमी के कारण लोग तेजी से बीमार भी हो रहे हैं। इन्हीं बिमारियों में से एक है आई फ्लू। दिल्ली, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित देश के कई हिस्सों में आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। यह बीमारी बच्चों में भी देखने को मिल रही है। ऐसे में आज हम जानेंगे कि आखिर आई फ्लू क्या है और इससे बचने के लिए क्या उपाय करें?
दरअसल आई फ्लू को मेडिकल भाषा में पिंक आई या फिर कंजंक्टिवाइटिस के नाम से भी जाना जाता है। यह संक्रमण आंखों के सफेद हिस्से में होता है। आमतौर पर यह संक्रमण सर्दी-खांसी वाले वायरस की वजह से होता है। अगर हमें नाक-कान या गले में किसी तरह का संक्रमण है तो हम आई फ्लू की चपेट में आ सकते हैं।
वैसे तो आई फ्लू कोई खतरनाक बीमारी नहीं हैं, लेकिन इसकी चपेट में आने से आंखों में दर्द जरूर होता है। इससे पीड़ित व्यक्ति की आंखे लाल हो जाती हैं। उसकी आंखों से पानी निकलता है। कभी-कभी आंखों में सूजन भी आ जाती है। शुरुआत में आई फ्लू एक आंख में होता है, जो जल्द ही दूसरी आंख में भी फैल जाता है।
आई फ्लू एक संक्रामक बीमारी है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलती है। यह संक्रामक व्यक्ति के छींकने से भी दूसरे व्यक्ति को चपेट में ले सकती है। ऐसे में संक्रामक व्यक्ति के तोलिये, बिस्तर, तकिये या कपड़े का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। बार-बार आंखों पर हाथ ना लगएं। आंखों पर हाथ लगाने से पहले हाथों की अच्छी तरीके से सफाई करें। समय-समय पर आंखों को साफ पानी से धोते रहें। आंखों को साफ करने के लिए उपयोग किए गए कपड़े को वापस बिना धोए इस्तेमाल ना करें। अगर आपको आई फ्लू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।
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