टैम्पोन से जुड़े मिथकों पर कहीं आप भी तो नहीं करती यकीन Raj Express
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टैम्पोन से जुड़े मिथकों पर कहीं आप भी तो नहीं करती यकीन, एक्‍सपर्ट से जानिए हर सवाल का जवाब

मेंस्ट्रुअल हाइजीन को बेहतर करने के लिए टैम्पोन का उपयोग किया जाने लगा है। लेकिन ज्यादातर महिलाओं इससे जुड़ी गलत जानकारी की शिकार हैं। यहां बताया गया है कि आखिर सच क्या है।

Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • पीरियड में बेस्‍ट है टैम्‍पोन का यूज।

  • टैम्‍पोन सेफ हैं।

  • हर बार टॉयलेट जाने पर टैम्‍पोन बदलने की जरूरत नहीं।

  • यह सर्वाइकल कैंसर का कारण नहीं है।

राज एक्सप्रेस। इन दिनों पीरियड में टैम्‍पोन का यूज होने लगा है। वैसे तो महिलाएं हाइजीन प्रोडक्ट के रूप में अब तक सेनेटरी पैड का ही इस्‍तेमाल करती थी, लेकिन टैम्‍पोन भी पीरियड ब्‍लड को अब्‍जॉर्व करने में कारगर साबित हुए हैं। यह एक हाइजीन प्रोडक्ट है, जिसे पीरियड ब्‍लड को अब्‍जॉर्व करने के लिए वजाइना में टाइट फिट किया जाता है, ताकि ये ज्‍यादा हिले ढुले नहीं। कॉटन और रेयॉन से बने टैम्‍पोन काफी सॉफ्ट होते हैं, इसलिए पीरियड में आपने इसे लगाया भी है या नहीं, अहसास नहीं होता। ब्‍लड फ्लो और अवशोषण करने की क्षमता के अनुसार, ये अलग -अलग साइज में मिलते हैं। हालांकि, इसे लेकर अब भी महिलाओं में कई तरह के भ्रम हैं। इन्‍हें सच मानकर आधुनिक युग में भी महिलाएं टैम्‍पोन का यूज करने से बचती हैं। गायनाकोलॉजिस्ट डॉ.सीमा गुप्‍ता ने यहां टैम्‍पोन से जुड़े मिथकों और तथ्‍यों के बारे में बताया है।

मिथक

हर बार टॉयलेट जाने पर नए टैम्‍पोन का यूज करना है।

तथ्‍य

योनि और आपका मूत्राशय दो अलग चीजें हैं। इन दोनों का आपस में कोई कनेक्‍शन नहीं है। इसलिए, हर बार टैम्पोन बदलने के बारे में सोचना गलत है। ऐसा करने से आपको असुविधा भी हो सकती है। क्योंकि सूखे टैम्पोन को बाहर निकालने से योनि क्षेत्र में खुजली जलन की संभावना बढ़ जाती है।

मिथक

टैम्पोन सर्वाइकल कैंसर का कारण है।

तथ्‍य

एक्‍सपर्ट के अनुसार, यह मान लेना बिल्‍कुल गलत है। सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होता है। यह केवल सेक्‍स के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जबकि टैम्पोन मेंस्ट्रुअल कप और सैनिटरी पैड की तरह सेफ है।

मिथक

टैम्पोन कभी भी गिर सकता है।

तथ्‍य

अगर टैम्पोन को सही तरीके से लगाया जाए, तो यह आपकी वजाइना एरिया से बाहर नहीं गिर सकता। फिर भले ही आप वर्कआउट कर रहे हों या दौड़ रहे हों, वजाइना में टैम्पोन एक बार ठीक से फिक्‍स हो जाए, ताे यह हिलता भी नहीं है।

मिथक

टैम्पोन से वर्जिनिटी लूज हो सकती है।

तथ्‍य

इस भ्रम के चलते महिलाएं कंफ्यूज हैं कि वास्‍तव में टैम्‍पोन सुरक्षित हैं या नहीं। एक्सपर्ट के अनुसार, टैम्पोन का उपयोग करने से आप आपकी योनि का आकार नहीं बदलता । एक बार जब आप टैम्पोन हटा देते हैं, तो आपकी योनि वापस नॉर्मल शेप में आ जाती है। इसलिए वर्जिनिटी लूज होने का कोई मतलब ही नहीं है।

मिथक

टैम्‍पॉन के साथ सो नहीं सकते हैं।

तथ्‍य

कई महिलाओं ने इस बात को सच मान लिया है। जबकि ऐसा नहीं है। आपकी योनि को नहीं पता कि आप जाग रहे हैं या सो रहे हैं। इसलिए, अगर आपने इसे नियम के अनुसार, 8 घंटे में बदल लिया है, तो आप इसे लगाने के साथ आराम से सो सकते हैं।

सेनेटरी नैपकिन की तरह पीरियड्स में टैम्‍पोन भी सेफ हैं। लेकिन अवेयरनेस न होने के कारण बहुत कम लड़कियों इसका इस्‍तेमाल करती हैं। कुल मिलाकर यह आपकी सेहत के लिए अच्‍छी शुरुआत है। ऐसे भ्रमाें से दूर रहें और अपनी डॉक्‍टर से इस बारे में खुलकर सवाल करें।

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