क्‍या आपकाे भी हैं डेंटल एंग्जाइटी Raj Express
हेल्थ एंड फिटनेस

क्‍या आपकाे भी हैं डेंटल एंग्जाइटी, निपटने के लिए अपनाएं ये तरीके

Author : Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • सेहत की तरह दांतों का भी रखें ख्‍याल।

  • घबराट और बेचैनी डेंटल एंग्जाइटी के लक्षण।

  • डॉक्‍टर से बात करके कम हो सकती है एंग्जाइटी।

  • ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज करना है जरूरी।

राज एक्सप्रेस। हेल्‍थ चेकअप की तरह डेंटल चेकअप भी बहुत जरूरी है। डॉक्‍टर्स के अनुसार, हमें साल में दो बार डेंटिस्‍ट के पास जाना चाहिए, ताकि दांतों की समस्‍या का जल्‍द से जल्‍द इलाज हो सके। जानने के बाद भी लोग डेंटल चेकअप नहीं कराते। उनके पास समय होना या लापरवाही करना इसकी वजह नहीं है, बल्कि वे डॉक्‍टर के पास जाने से डरते हैं। जिसे डेंटल एंग्जाइटी कहा जाता है। दरअसल, नुकीले औजार, ड्रिलिंग की आवाज और इंजेक्‍शन का डर व्‍यक्ति के मन में तनाव पैदा करता है। इससे व्‍यक्ति को घबराहट, बेचैनी और सांस फूलने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। वर्तमान में 3 में से 1 व्‍यक्ति डेंटल एंग्जाइटी से ग्रसित है। इस एंग्जाइटी का कोई मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं होता। इससे बचने के लिए सेल्‍फ मोटिवेशन की जरूरत होती है। अगर आपको भी डेंटल एंग्जाइटी है, तो यहां इससे निपटने के तरीके बताए गए हैं।

सही डेंटिस्‍ट का चुनाव करें

जब डेंटल एंग्जाइटी को ओवरकम करने की बात हो, तो सबसे पहले सही डेंटिस्‍ट का चुनाव करें। ऐसे डॉक्टर के पास जाएं, जिसे पर्याप्‍त अनुभव हो और जो आपकी तकलीफों को ध्‍यान से सुने और समझे भी।

डॉक्‍टर से बात करें

कई लोग डॉक्‍टर से बात करने में झिझक या संकोच मह‍सूस करते हैं। हेल्‍थलाइन के मुताबिक लोगों को डॉक्‍टर से बात करने में संकोच नहीं करना चाहिए। पहले डॉक्‍टर से जान लें कि ट्रीटमेंट के दौरान क्‍या होने वाला है, ताकि आप उस चीज के लिए खुद को पहले से तैयार कर सकें।

स्‍टॉप सिग्‍नल का उपयोग करें

इलाज के दौरान स्‍टॉप सिग्नल का उपयोग करना अच्‍छा होता है। इसमें आप अपना हाथ उठाकर डॉक्‍टर को होने वाली तकलीफ बता सकते हैं। इससे वह समझ सकता है कि आपको ब्रेक की जरूरत है और आप असहज महसूस कर रहे हें। वह तुरंत रुक जाएगा। उतनी देर में आप भी रिलेक्‍स फील करेंगे।

म्‍यूजिक सुनें

ज्‍यादातर लोगों को दांत के इलाज में इस्‍तेमाल की जाने वाली मशीनों की आवाज से दिक्‍कत होती है। इनकी तेज और घरघराहट वाली आवाज से उन्‍हें डर लगता है। इसका सबसे अच्‍छा तरीका है ईयरबड का उपयोग करके अपना फेवरेट म्‍यूजिक सुनें। इससे मशीनों की आवाज पर आपका ध्यान नहीं जाएगा।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें

डेंटल ट्रीटमेंट के दौरान दिमाग को शांत करना बहुत जरूरी है। ऐसे में ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज करना अच्‍छा है। इससे इलाज के दौरान होने वाली चिंता और तनाव को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए सबसे पहले आंखें बंद करके नाक से गहरी सांस लें , कुछ सैकंड के लिए सांस रोके और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को कई बार दोहराने से बहुत आराम मिलेगा।

दिमाग को व्‍यस्‍त रखें

कई लोग डेंटिस्‍ट की चेयर पर बैठते ही दर्द का अनुभव करने लगते हैं। बुरे विचार उनके मन में आने लगते हैं। इस तरह की भावनाओं से निपटने के लिए जितना हो सके, अपने दिमाग को व्‍यस्‍त रखें। चाहें, तो किसी पुरानी यादों के बारे में सोचें या फिर ऐसे पलों के बारे में सोचना चाहिए, जिन पर आपको हंसी आ जाए। यकीनन आपका माइंड फ्रेश हो जाएगा।

दोस्‍त को साथ ले जाएं

अपॉइंटमेंट के दौरान किसी दोस्‍त या परिवार के किसी सदस्‍य को साथ लेकर जाएं। इससे आपको सुरक्षित महसूस होगा और आप रिलेक्‍स रहेंगे। आपको यह भी तसल्‍ली रहेगी कि तकलीफ होने पर कोई आपके साथ है।

बता दें कि डेंटल एंग्जाइटी आपकी ओरल हेल्‍थ को ठीक बनाए रखने में बाधा पैदा कर सकती है। इसलिए डेंटिस्ट के पास जाना आपके फायदे के लिए ही है। इस तथ्य को ध्यान में रखना आपकी डेंटल एंग्जाइटी पर काबू पाने की यात्रा के लिए जरूरी है।

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