भारत में तेजी से फैल रहा है डेंगू।
डेंगू के मरीज को दिनभर में 4-5 लीटर पानी पीना जरूरी।
इस बीमारी में ना करें काड़ा और पपीते का जूस का सेवन।
प्रोटीन व खट्टे फलों को दें प्राथमिकता।
राज एक्सप्रेस। भारत में डेंगू महामारी प्राकृतिक घटना बन गई है। यह एक वेक्टर जनित बीमारी है, जो मच्छरों से लोगों में फैलती है। तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मतली और दाने इस बीमारी के मुख्य लक्षण हैं, जिस पर इन दिनों सभी को ध्यान देना चाहिए। देश के कुछ हिस्सों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस संक्रमण ने कई लोगों की जान तक ले ली है। बता दें कि डेंगू के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं, इसलिए किस पर कैसा इलाज सूट होगा, यह स्पष्ट नहीं होता। लेकिन अगर आपको डेंगू के लक्षण दिख रहे हैं, तो इसे घर में रहकर भी प्रबंधित किया जा सकता है। पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. दीपक चोपड़ा ने बीमारी के लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए कुछ सुझाव शेयर किए हैं, ताकि मरीज जल्द से जल्द ठीक हो सकें। अगर आपके शहर में भी डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है, तो बिना देर किए, इन टिप्स को फॉलो करें।
हाइड्रेट रहना डेंगू से बचने का सबसे आसान तरीका है। अगर किसी मरीज में डेंगू के लक्षण दिख रहे हैं, तो उसे हर दिन 4-5 लीटर पानी पीना चाहिए। ऐसा इसलिए , क्योंकि डेंगू के मरीजों को कैपिलरी लीक के कारण तरल पदार्थ की कमी हो जाती है। कैपिलरी लीक में नसों में किसी वजह से प्लाज्मा लीक होने लगता है। इससे ब्लड प्रेशर कम होता है। यह स्थिति प्लेटलेट काउंट के कम होने से भी ज्यादा गंभीर होती है। इसलिए रोजाना अच्छी मात्रा में पानी, नींबू पानी या नारियल पानी पी सकते हैं।
डेंगू से बचने के लिए खुद से इलाज न करें। साथ ही स्वदेशी तरीके भी न आजमाएं। खासतौर से पेन किलर से तो अपना ट्रीटमेंट बिल्कुल नहीं करना चाहिए। डेंगू में अगर आप नॉर्मल पेन किलर भी लेते हैं, तो इससे ब्लीडिंग की संभावना बढ़ जाती है। जबकि देसी दवाएं गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बन सकती हैं।
कई लोग डेंगू से बचने के लिए काढ़ा और पपीते का जूस पीना शुरू कर देते हैं। लेकिन इनसे जितना दूर रहेंगे, उतना अच्छा है क्योंकि ये शरीर में गर्मी पैदा करते हैं और पेट में ब्लीडिंग की वजह भी बन सकते हैं। इसके बजाय आप ताजे फलों का रस, नारियल पानी और सब्जियों का सूप पी सकते हैं। ये न केवल आपको हाइड्रेट रखेंगे, बल्कि इम्यूनिटी में भी सुधार होगा।
डेंगू के मरीज को दिनभर में कई छोटी मील्स लेना चाहिए। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने में मदद मिलती है। अगर ऐसा नहीं करते, तो शरीर में कमजोरी आ सकती है।
डायटीशियन डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव की सलाह है कि बीमारी के दौरान मरीज को प्रोटीन का सेवन बढ़ा देना चाहिए। दाल, टोफू और पनीर में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। बता दें कि प्रोटीन इम्यून सेल्स और टिश्यू को दोबारा बनाने में मदद करता है। इसके अलावा विटामिन सी से भरपूर खट्टे फल, सब्जियों में कद्दू, करोंदा आपकी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं।
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